गुरु पूर्णिमा पर महाकाल की नगरी में हुआ गुरुओं का पूजन

– सांदीपनि आश्रम, बगलामुखी धाम, दादूराम आश्रम व रामानुजकोट सहित कई जगह हुए भंडारे, हजारों लोग उमड़े

दैनिक अवंतिका उज्जैन।

गुरु पूर्णिमा पर सोमवार को महाकाल की नगरी गुरुमय रही। मंदिरों से लेकर आश्रम व मठों में शिष्यों ने परंपरागत रूप से अपने गुरुओं का पूजन किया। मुख्य रूप से भगवान श्री कृष्ण की शिक्षा स्थली के रूप में विश्व विख्यात सांदीपनि आश्रम, मां बगलामुखी धाम, दादूराम आश्रम व श्री रामानुजकोट में गुरु पूजन हुए व भंडारे रखे गए जहां हजारों लोगों ने प्रसादी ग्रहण की। सांदीपनि आश्रम के पुजारी रूपम व्यास ने बताया कि सुबह गोमती कुंड के जल से भगवान कृष्ण, बलराम सहित गुरु सांदीपनि जी का अभिषेक किया गया। इसके पश्चात दोपहर में महाआरती हुई जिसमें मंत्री मोहन यादव, विधायक पारस जैन सहित कई विशिष्टजन शामिल हुए। रामघाट मार्ग पर श्री रामानुजकोट आश्रम में श्री रंगनाथाचार्य महाराज का शिष्यों ने पाद पूजन किया।      

कालभैरव से बग्घी में लाए गुरु रामनाथ जी को, पाद पूजा की

भैरवगढ़ रोड स्थित मां बगलामुखी धाम मंदिर पर सोमवार को गुरु पूर्णिमा पर भर्तृहरि गुफा के पीठाधीश्वर योगी पीर महंत श्री रामनाथ जी महाराज को उनके शिष्य कालभैरव मंदिर से शोभायात्रा के रूप में बग्घी में बैठाकर लाए और गुरु पूजन किया। प्रमुख रूप से गुजरात से आए संत बालकनाथ जी महाराज, आदेशनाथ जी महाराज, राजेशनाथ जी महाराज शामिल हुए। यहां 11 वां अघोर समागम का आयोजन भी हुआ। जिसमें बड़ी संख्या में अघोरी शामिल हुए। प्रारंभ में गुरु श्री गोरक्षनाथ जी महाराज, नवनाथों का पूजन फिर भक्तों ने गुरु श्री रामनाथ जी महाराज का पाद पूजन कर आशीर्वाद लिया। स्फटीक शिवलिंग अभिषेक कर 1 क्विंटल ठंडाई प्रसाद वितरण व भंडारा हुआ।

श्री दादूराम आश्रम में वृक्षारोपण गुरु ने दिया पर्यावरण का संदेश

श्री दादूराम आश्रम सदावल रोड पर सोमवार को गुरु पूर्णिमा उत्सव में वृक्षारोपण कर आश्रम के पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर संत श्री 1008 स्वामी ज्ञानदास जी महाराज ने भक्तों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। प्रारंभ में संत प्रवर दादूदयाल महाराज व मोहनदास महाराज जी महाराज का पूजन कर श्री दादूवाणी का वाचन किया गया। इसके पश्चात महाआरती हुई व भक्तों एवं शिष्यों ने गुरु पूजन व पाद पूजन कर आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष पं. सुरेंद्र चतुर्वेदी, पं. जस्सू गुरु महाराज, पर्यावरण प्रेमी श्याम माहेश्वरी, पूर्व निगम अध्यक्ष प्रकाश चित्तौड़ा, समाजसेवी भगवान शर्मा मौजूद थे। समापन में भंडारा हुआ जिसमें सैकड़ों भक्तों ने प्रसादी ग्रहण की।