शिवराज ने आई लव यू कहकर ‘सीखो-कमाओ योजना की’ लॉन्च

कहा- इस 15 अगस्त से पहले 1 लाख सरकारी भर्तियां करेंगे

भोपाल। मध्यप्रदेश में मंगलवार को ‘मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना’ लॉन्च हो गई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसे भोपाल के रविंद्र भवन से लॉन्च किया। मुख्यमंत्री ने पहले उम्मीदवार राज कुशवाहा का खुद पोर्टल mmsky.mp.gov.in login पर रजिस्ट्रेशन कराया। राज ITI पास हैं।
मुख्यमंत्री ने उनसे समग्र आईडी का नंबर पूछा। मोबाइल पर आया ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) मांगा। ईमेल आईडी पूछा। डिटेल्स लेकर उनका ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन फॉर्म सबमिट कराया।
मुख्यमंत्री ने अपनी स्पीच शुरू करते हुए कहा, तनाव में मत रहो भांजे – भांजियो, टेंशन मुक्त हो जाओ, आज मैं आपकी क्लास लूंगा। मेरे और आपके रिश्ते सीए और स्टूडेंट्स के नहीं हैं। प्यार, दिल और आत्मीयता के हैं। मैं आपसे बहुत प्यार करता हूं, आई लव यू। पूछा- आप लोग भी मुझसे प्यार करते हो? आगे कहा, ये स्नेह और प्रेम का रिश्ता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 15 अगस्त 2022 को मैंने घोषणा की थी कि 1 साल में 1 लाख सरकारी भर्तियां की जाएंगी। अब तक 55 हजार भर्तियां की जा चुकी हैं। इस 15 अगस्त से पहले 1 लाख से ज्यादा सरकारी भर्तियां हो जाएंगी।

हमने शिक्षा में कर्मी शब्द समाप्त किया

सीएम ने स्टूडेंट्स से कहा, आपको बेहतर भविष्य मिले, इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हम लगातार प्रयास में हैं। एक जमाना ऐसा भी था, जब स्कूल पेड़ों के नीचे लगा करते थे। बच्चे घर से फट्टा लेकर जाते और उसी पर बैठते थे। सरकारी स्कूलों में शिक्षक नहीं गुरुजी, शिक्षाकर्मी और न जाने कौन – कौन होते थे। हमने शिक्षा में कर्मी शब्द समाप्त किया।

दूसरी सरकार ने लैपटॉप देने बंद कर दिए थे

मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर भी निशाने साधे। कहा, मैंने मेधावी बच्चों को लैपटॉप देने की शुरुआत की, लेकिन बीच में दूसरी सरकार आई तो लैपटॉप बंद कर दिए। कुछ लोग कहते हैं कि हम बेरोजगारी भत्ता देंगे। इसमें इतने बैरियर लगा देते हैं कि भत्ता मिलता ही नहीं। चिड़िया अपने बच्चों को घोंसला नहीं, पंख देती है। मैं आज पंख देने आया हूं। इसलिए हमने ‘सीखो-कमाओ योजना’ बनाई है।

सीएम से पूछा, अगर कोई कंपनी 29 दिन में निकाल दे तब…

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने स्टूडेंट्स के सवालों के भी जवाब दिए। भोपाल के दीपक राजपूत ने कहा- प्रतिष्ठान का वेरिफिकेशन होना जरूरी है। क्योंकि, आज छोटी से छोटी दुकान का भी जीएसटीआईएन और पैन नंबर होता। मान लीजिए मुझे कोई कंपनी 29 दिन में निकाल देती है, तो मेरा 29 दिन खराब होगा। मैं एक कोर्स कर रहा हूं, तो दूसरा कोर्स भी करने की प्राथमिकता होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने जवाब में कहा, हर एक संस्थान को प्रॉपर वेरिफिकेशन के बाद ही जोड़ा जाएगा। इसमें केवल जीएसटीआईएन और पैन का सवाल नहीं है। संस्थान में कितने लोग काम करते हैं, स्तर क्या है, सिखा सकता है या नहीं? यह देखकर करेंगे। ट्रेनिंग का सर्टिफिकेट रोजगार बोर्ड देगा।

‘मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना’ के लिए पात्रता

उम्र 18 से 29 साल होनी चाहिए।
मध्यप्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिए। 12वीं, ITI, डिप्लोमा, ग्रेजुएट/पोस्ट ग्रेजुएट। समग्र पोर्टल पर आधार E-Kyc जरूरी है। रजिस्ट्रेशन के लिए मोबाइल नंबर और Email होना जरूरी। बैंक खाता आधार से लिंक और डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) इनेबल्ड होना चाहिए।