इंदौर पुलिस की बर्बरता : महिला बोली ऐसी थर्ड डिग्री जो कभी फिल्मों में भी नहीं देखी

इंदौर। जैसा बर्ताव मेरे साथ हुआ है, वैसा फिल्मों में भी नहीं देखा होगा। थाने में पुलिसकर्मी जिस भाषा में मुझसे बात कर रहे थे, मुझे गालियां दीं वह मैंने जीवन में कभी नहीं सुनी। मुझ पर इस कदर डंडे बरसाए, प्लास्टिक के पाइप और फिर बेल्ट से पीटा कि मेरी रूह कांप गई। जब मुझे पीटा जा रहा था तब थाने के कर्मी आ-जा रहे थे। एक और झूठे केस में फंसाने का डर मेरे मन में था।
यह कहना है धार की 45 वर्षीय रचना शर्मा का। पति ने उन पर 21 लाख रुपए नकद चुराने का मामला दर्ज कराया था। तिलक नगर थाने में पूछताछ के नाम पर कई दिनों से उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा था। रचना को बात करने में भी पीड़ा हो रही थी। पुलिस की पिटाई से भयाक्रांत वह कंपकंपा रही थी। शरीर तप रहा था। चोइथराम अस्पताल में चार घंटे लंबी जांच बाद भी उनके चेहरे से पुलिसिया खौफ नहीं गया था। काफी कुरेदने के बाद इतना ही बोली कि थाने में बुरे बर्ताव का ऐसा मंजर मैंने फिल्मों में भी नहीं देखा। पिटाई के दौरान बेहोश हुई तो महिला आरक्षक मेरे घाव पर बर्फ लगा रही थी। आगे की बात कहते हुए ठिठक गई। बेहोश होने के बाद दवा देकर ठीक करने के भी प्रयास किए।

थाने का गेट बंद कर पीटा

रचना ने बताया कि थर्ड डिग्री देने के लिए उसे थाने की छत पर ले गए। परिजन को बाहर खड़ा कर गेट लगा लिया। कई घंटे रिमांड लेने के बाद नीचे लाए तो मैं खड़ी भी नहीं हो पा रही थी, कंधे में भी फ्रैक्चर है। मेरी हालत देख परिजन कई हॉस्पिटल भटके, लेकिन पुलिस ने हमारी एमएलसी नहीं होने दी। इसके लिए पुलिस ने अस्पताल वालों को धमकाया। थककर हम पुलिस कमिश्नर के पास पहुंचे तो वे ऑफिस में नहीं थे। एडिशनल कमिश्नर मनीष कपूरिया से मिले तो उन्होंने एडिशनल डीसीपी राजेश व्यास से कहकर हमारा मेडिकल करवाया। मेडिकल में बर्बरता से पीटने की पुष्टि हुई , तो अफसरों ने पिटाई करने वाले आरक्षकों पर एक्शन का मन बनाया। उस दौरान वे गिड़गिड़ाते हुए प्रकरण में समझौते के लिए हम पर दबाव बनाने लगे। कई बड़े लोगों से फोन लगवाकर मामला निपटाने के लिए प्रेशर बनाया।

एसआई व अन्य अधिकारी भी बने आरोपी

रचना व परिजन ने बुधवार को पुलिस कमिश्नर को आवेदन देकर दोनों आरक्षकों के अलावा जांच करने वाले एसआई सुरेंद्र बकौल व अन्य अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है। इधर दोनों आरक्षकों पर केस दर्ज करने के बाद उनके बयान एडिशनल डीसीपी व्यास ने लिए। थाने के फुटेज रिकवर करवाए, उसमें रचना को छत पर ले जाते दिख रहे हैं, लेकिन पिटाई का वीडियो नहीं मिला। परिजन ने चीखने की रिकॉर्डिंग सौंपी है। जल्द आरक्षकों पर कार्रवाई हो सकती है।

पिटाई कांड से टीआई अनभिज्ञ

एक महिला की थाने में बुरी तरह पिटाई हुई, इस कांड से तिलक नगर टीआई आफताब खान पटेल अनभिज्ञ हैं। थर्ड डिग्री देने जैसी कार्रवाई की भनक तक उन्हें नहीं लगी। ये भी एक लापरवाही का बिंदु है। अफसरों ने इसे भी संज्ञान में लिया है।