छात्रों को तनाव , अवसाद, से मुक्त जीवन जीने के बारे समझाया
रुनिजा। जीवन में आने वाली कठिनाइयों परेशानियों तथा परीक्षा व प्रतियोगिताओं में असफल होने के बाद कई बार छात्र-छात्राएं तनाव और अवसाद में ऐसा कदम उठा लेते हैं जिससे माता-पिता के साथ समाज को एक गहरा आघात पहुंचता है इन सब से कैसे भुलाû जाए कैसे तनावमुक्त अवसाद मुक्त जीवन जिया जाए इसको लेकर आंचल भावसार जो भोपाल के माखनलाल चतुवेर्दी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय से एमबीए मीडिया से बिजनेस कर रही तथा ट्रॉमा इंफॉर्मेड केयर” और एडीएचडी एक्जीक्यूटिव डिसफंक्शन है ने शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रुनीजा एवं शासकीय हाई स्कूल खेड़ावदा दोनों विधालयो के कक्षा 9, 10, 11 ,12 के छात्रों को – आघात, अवसाद, तनाव, शिथिलता के बारे में बताया या तनाव को कैसे प्रबंधित किया जाए…केसे अपनी आवाज उठाई….केसे जीवन उत्पादक बने इस सबके बारे बताया तथा बच्चों से उनके फ्यूचर के बारे बात की। भावसार ने विधार्थियों को समझाते हुए बताया कि जीवन मे कभी नकारत्मक विचार को नही आने दे। तथा कभी कभी ऐसा कोई कदम नही उठाये की आपका जीवन संकट में पड़ जावे व आपका परिवार परेशान हो।