कहीं मौत का कुआ न बन जाए मेन रोड का कुआ, वर्षाकाल में खतरा
इंदौर। एक तरफ तो नगर निगम शहर में जर्जर और खतरनाक मकानों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें जमींदोज कर रहा है, ताकि कोई जनहानि न हो दूसरी तरफ निगम स्नेहलतागंज मेनरोड स्थित कुआं बंद नहीं कर पा रहा है। इस कुएं को तीन माह पहले मेनरोड खोदकर मुक्त कराया गया था। खुदाई से निकला मलबा अब भी मौके पर पड़ा है।
कुएं के पानी की रिपोर्ट में यह भी साफ हो गया है कि कुएं का पानी पीने के ही नहीं बल्कि इस्तेमाल के भी योग्य नहीं है। बावजूद इसके निगम मेनरोड़ स्थित इस कुएं को बंद नहीं कर पा रहा। करीब 15 दिन पहले निगम ने इसे बंद करने की कार्रवाई शुरू भी की थी लेकिन काम इतना सुस्त गति से चल रहा है जैसे लग रहा है कि निगम किसी हादसे का इंतजार कर रहा हो।
30 मार्च को स्नेह नगर (पटेल नगर) में बेलेश्वर महादेव मंदिर बावड़ी हादसे के बाद नगर निगम ने शहरभर में जमीन के नीचे बंद कुएं और बावड़ियों को मुक्त कराने की मुहिम शुरू की थी। इसे के तहत स्नेहलतागंज स्थित इस कुएं को भी मुक्त कराया गया था। यह बात सामने आई थी कि स्नेहलतागंज मेनरोड़ के निर्माण के वक्त इस कुएं को मोटी स्लैब डालकर बंद किया गया था। इसी स्लैब के ऊपर से राजकुमार ब्रिज की ओर से आने वाले भारी वाहन गुजरते हैं।
कुएं को मुक्त कराने के लिए निगम की टीम ने स्नेहलतागंज मेनरोड के एक हिस्से को खोदा था। स्लैब तोड़ने और सड़क खुदाई से निकला मलबा तुरंत मौके से हटाया जाना था लेकिन ऐसा नहीं किया गया। मलबा तीन महीने बाद भी जस का तस पड़ा है। निगम दावा कर रहा है कि इस कुएं को जल्द ही बंद कर दिया जाएगा लेकिन ऐसा होता नजर नहीं आ रहा। वर्षाकाल के चलते हादसे की आशंका बढ़ गई है।