पीटा, मुंह काला किया, मल खिलाया,छेड़छाड़ और चोरी के शक में निकाला जुलूस
शिवपुरी में दिल दहला देने वाला अमानवीय कांड, दो महिलाओं समेत मुस्लिम समाज के 7 आरोपियों पर केस , आरोपियों के मकान ढहाए
शिवपुरी। ‘आरिफ का मेरे पास कॉल आया। बोला- मेरे घर आजा। अपने साथी संतोष को भी लेते आना। हम दोनों उनके घर पहुंचे तो उन्होंने हमें कमरे में बंद कर दिया। किसी लड़की से पहले बात करवाई। उसे रिकॉर्ड किया। हमसे कहा था कि जैसा हम कहें, लड़की को फोन पर वैसे ही जवाब देना, नहीं दिया तो जान से मार देंगे। बात करवाने के बाद हमें खूब पीटा। मुंह पर कालिख पोती और जूतों की माला पहनाई। फिर मैला लेकर आए और हमें खिलाया। हमारे शरीर पर भी लगाया। गांव से नरवर तक 3 किमी का जुलूस निकाला।’
यह आपबीती है शिवपुरी के दो युवकों की, जिनके साथ 7 लोगों ने अमानवीय कृत्य किया है। इनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। सभी आरोपियों को जेल भेजने के साथ उनके मकानों को भी ढहा दिया गया।
छेड़खानी और चोरी के शक में निकाला जुलूस
30 जून को जिले के नरवर थाना क्षेत्र के वरखाड़ी गांव में लड़कियों से छेड़छाड़ और चोरी के शक में दो युवकों को पहले कमरे में बंद कर पीटा गया। फिर मुंह पर कालिख पोतकर जूते-चप्पलों की माला पहनाई गई। इसके बाद मल खिलाकर शरीर में लगाया गया। इसके बाद गांव से नरवर तक इनका जुलूस निकाला गया। मारपीट के बाद इन्हें पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया। मगरौनी चौकी प्रभारी दीपक शर्मा ने बताया कि दोनों युवकों के साथ अमानवीय कृत्य करने वाले 7 आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की। इसमें दो महिलाएं भी शामिल थीं।
अर्जुन ने बताया कि आरोपी आरिफ ने उसे फोन कर अपने घर बुलाया था। यहां कमरे में बंद करके पीटा। जूतों की माला पहनाकर 3 किमी तक जुलूस भी निकाला।
सरकारी जमीन को लेकर 15 साल पहले शुरू हुआ था विवाद
अर्जुन के बड़े भाई दयाचंद ने बताया कि विवाद की शुरूआत 15 साल पहले हुई थी, जब इन लोगों ने सरकारी जमीन पर कब्जा किया। उस जमीन के आगे हमारे मामा की जमीन है। रास्ता उनके कब्जे वाली जमीन से होकर जाता है। ये लोग हर साल रास्ते को संकरा करते जा रहे थे। ये कभी 2 तो कभी 5 फीट जमीन कब्जाते जा रहे थे। हालत यह हो गई थी कि ट्रैक्टर तक निकालना मुश्किल हो रहा था। जिसे लेकर हम लोगों की तू-तू, मैं-मैं होती रहती थी। एक दिन इन्होंने रास्ते में कांटे फेंक दिए, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच जमकर कहासुनी हुई। यह पूरा षड्यंत्र उसी कहासुनी के बाद रचा गया।
कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा। वन विभाग और राजस्व अमले ने अतिक्रमण हटाया।
संतोष निवासी ग्राम वरखाड़ी थाना नरवर के साथ आरोपी अजमत उर्फ पप्पू खान (शाह), शहीद खान, इस्लाम खान, वकील, आरिफ खान ने फोन लगाकर बुलाया। उन्हें घर में बंद करके परिवार की महिला साइना खान और रहीशा खान के साथ मिलकर अमानवीय कृत्य किया।