शिव मंदिरों में रूद्धाभिषेक और बेल पत्र पूजन के लिए पहुंच रहे भक्त

सुसनेर। आषाढ़ माह शुक्ल पक्ष पूर्णिमा से सावन माह प्रारंभ हो गया। सावन मास शुरू होते ही शिवालयों पर श्रद्धालुओं की भीड़ देखी जा रही है। इस बार दो सावन मास होने के बाद भी शिवालयों पर भगवान शिव के रुद्राभिषेक के लिए वेटिंग है। नगर के नीलकंठेश्वर महादेव मंदिर, ओकारेश्वर, जयेश्वर महादेव मंदिर पर तो रुद्राभिषेक कराने के लिए प्रतिदिन लाईने लग रही हैं। इसके अलावा बेल पत्री एवं अभिषेक पूजन कराने के लिए लोग पहुंच रहे हैं। इसी तरह पंचदेहरिया महादेव मंदिर पर इस साल बेल पत्री पूजन करने के लिए श्रद्धालुओं पहुंच रहे हैं। इसी तरह अन्य महादेव मंदिर पर भी रुद्राभिषेक कराने के लिए श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।
फलाहारी की डिमांड बढ़ी
सावन मास शुरू होते ही फलाहारी की डिमांड भी बढ़ गई है। किराना व्यवसायी ईस्माईल मंसूरी ने बताया कि सिंघाड़े का आटा बीते साल 200 ग्राम का पैकेट 50- 55 रुपए था और इस साल 40 से 45 रुपए बिक रहा है। कूटू का बीते साल 200 ग्राम का पेकेट 35 रुपए था और इस साल 40 से 45 रुपए बिक रहा है। इसी तरह मूंगफली का दाना बीते साल 100 रुपए किलो था और इस साल 140 से 150 रुपए किलो बिक रहा है। इसी तरह फलों में आम और केले की डिमांड अधिक है।
आर्थिक तंगी से निपटने के लिए गन्ने के रस से करें अभिषेक
सावन में शिव का अभिषेक करने से विशेष लाभों की प्राप्ति होती है। इसमें आर्थिक समस्या से निपटने के लिए शिव का गन्ने के रस से अभिषेक करें। इससे श्रद्धालु को कर्ज और आर्थिक समस्याओं से मुक्ति मिलेगी। घी के अभिषेक से व्यापार में वृद्धि होती है। पांच प्रकार के फलों के रस के अभिषेक करने से सभी प्रकार की बाधा व व्यवस्थाएं दूर होंगी। इसी तरह अच्छे स्वास्थ्य की कामना के लिए दुग्ध मिश्रित जल धारा से, राहु ग्रह शांति के लिए कुशा जल से, शत्रु पर जय प्राप्ति एवं रोग नाश के लिए सरसों से, सर्व मनोरथ सिद्धि के लिए पंचामृत से आदि विविध प्रकार से भगवान शिव का रुद्राभिषेक करना लाभकारी है। शर्मा ने बताया कि अभिषेक जल से किया जाता है, लेकिन सावन सोमवार, प्रदोष और शिवरात्रि आदि विशेष अवसरों या दिनों में गाय के दूध या किसी अन्य दूध से मंत्रों के साथ किया जाता हैं। विशेष अवसरों पर रूद्वाभिषेक दूध,दही,घी,शहद,और चीनी से बने पंचामृत से या अलग-अलग किया जाता हैं।अच्छा स्वास्थ्य और समृद्धि लाने के लिए रुद्राभिषेक एक लोगों अच्छा तरीका माना जाता है।