शासकीय स्कूलों में पहुंच रही पुस्तके, शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के चेहरे खिले
देवास। राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा हर वर्ष शासकीय विद्यालयों में पुस्तकें पहुचाने हेतु नि:शुल्क पाठ्य पुस्तक परीवहन के नाम पर लगभग 10 लाख रूपए स्वीकृत होते है। उसके बावजूद भी जिले में शिक्षा विभाग द्वारा हर वर्ष कक्षा पहली से आठवीं तक के शासकीय विद्यालयों की पुस्तके विद्यालय के प्राचार्य व स्टॉफ शिक्षक को बीआरसी में बुलाकर दी जाती थी। जिसकी शिकायत योगेश निगम एवं शा. उ. माध्यमिक विद्यालय भौरासा शिक्षक राकेश चोधरी ने संबंधित अधिकारियों से की थी। जिस पर जाँच चल रही है। शिकायत का असर अब देखने को मिल रहा है। इस वर्ष नया शिक्षा सत्र प्रारंभ हो गया है और इस वर्ष शिक्षा विभाग द्वारा जिले भर के कक्षा पहली से आठवीं तक के समस्त शासकीय विद्यालयों में परिवहन कर पुस्तके भेजी जा रही है। जिससे विद्यालयों के प्रधानाध्यापक और शिक्षको के चेहरे खिल उठे। बीआसी में पुस्तकों का बंडल देने का सिलसिला पिछले कई वर्षो से चलता आ रहा था। जिसकी शिकायत पश्चात भोपाल के अधिकारियों द्वारा जाँच चल रही है। इस शिकायत की खबर का प्रकाशन देवास से भोपाल तक के समाचार पत्रों में हुआ। जिसका असर अब देखने को मिल रहा है और जिले के भ्रष्ट अधिकारी अब नियम अनुसार कार्य कर रहे है। पूर्व में जो शिक्षक व शिक्षिकाएं परेशान होकर बीआरसी से पुस्तके लेकर अपने विद्यालय आती थी अब उसे निजात मिल गई है। शिक्षकों के साथ बच्चों के चेहरे भी पुस्तके पाकर खिल उठे है।