सावन की पहली झमाझम, 60 मिनट में 2 इंच बारिश, -सड़को पर जलजमाव के हालत, थमा आवागमन

उज्जैन। बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से उठे सिस्टम के बाद नमी का वातावरण बनने पर बाबा महाकाल की नगरी में मंगलवार को सावन की पहली झमाझम बारिश हुई। 60 मिनट में ही 2 इंच बारिश दर्ज की गई। जलजमाव की स्थिति बनने पर कई मार्गो पर आवागमन थम दिखाई दिया। देर रात तक रिमझिम का क्रम बना हुआ था।
26 जून को मानसून की दस्तक शहर में हुई थी रातभर में एक इंच बारिश के बाद 14 दिनों से रूक-रूक कर बारिश हो रही थी। तापमान में उतार-चढ़ाव बना हुआ था और लोगों को झमाझम का इंतजार था। मंगलवार दोपहर शहरवासियों का इंतजार खत्म हो गया और मुसीबत बढ़ गई। दोपहर 3 बजे शुरू हुई बारिश 4 बजे तक झमाझम होती रही। 60 मिनट में ही 52 मिमी. बारिश दर्ज की गई, जो 2 इंच से अधिक थी। जीवाजीराव वेधशाल अधीक्षक डॉ. राजेन्द्र कुमार गुप्त ने बताया कि बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से उठा सिस्टम पूरे देश में सक्रिय बना हुआ है। पश्चिम से पूर्व की और चल रही हवा से म.प्र. में नमी का वातावरण बना है। जिसके चलते तेज बारिश का क्रम शुरू हो गया है। 2 से 3 दिनों तक शहर में तेज और रूक-रूक कर बारिश होती रहेगी। मानसून की दस्तक के बाद से अब तक 245 मिमी.यानी 10 इंच के करीब बारिश हो चुकी है। शहर की औसतन बारिश का आंकड़ा 36 इंच है। जिसमें अब 26 इंच की जरूरत ओर है। वर्षा काल का समय सितंबर माह तक है। बारिश के चलते मंगलवार को दिनभर 8 किलोमीटर प्रतिघंटा से हवा चल रही थी। अधिकतम तापमान 29 डिग्री के करीब आ चुका है। मौसम में ठंडक महसूस होने लगी है।
सड़को पर दिखा मुसीबत का पानी
तेज बारिश के बाद शहर के नालों में उफान आ गया था। सड़को पर जलभराव के हालत बन गये थे, पानी के साथ नालों की सफाई नहीं होने पर गंदगी भी पानी में बहती दिखाई दे रही थी। जिससे पैदल चलना मुसीबत भरा हो चुका था। गदापुलिया के नीचे पानी भरने से आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया था। लाल मस्जिद चौराहा, ढाबारोड़, नईसड़क सहित शहर के कई प्रमुख मार्गो पर पानी जमा होने के चलते वाहन निकाला परेशानी भरा हो रहा था। निचली बस्तियों के घरों में पानी भरने से लोगों की मुसीबत बढ़ गई थी।

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