ट्रेनों में चोरी करने हरियाणा से उज्जैन आती थी बागरी गैंग
उज्जैन। पश्चिम रेल रतलाम मंडल ने यात्रियों के साथ ट्रेनों और रेलवे स्टेशन परिसर में होने वाली चोरियों की रोकथाम के लिये मिशन यात्री की शुरूआत रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के साथ मिलकर की है। जिसमें उज्जैन आरपीएफ को हरियाणा की बागरी गैंग को पकड़ने में सफलता मिली है। गैंग की 2 महिला और 2 पुरूषों को जीआरपी के सुपुर्द किया गया है। आरपीएफ ने दूसरी गैंग के 2 सदस्यों को भी पकड़ा है।
9 जुलाई को इंदौर-नई दिल्ली एक्सप्रेस गाड़ी संख्या 12415 के कोच बी-3 में चढ़ते समय महिला यात्री के साथ हुई 25 ग्राम वजनी चेन चोरी की शिकायत मिलने पर आरपीएफ के सहायक उपनिरीक्षक हरिनारायण चौधरी ने अपनी टीओपीबी (थेफ्ट आॅफ पैसेंजर बिलॉगिंग्स) टीम के साथ सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखे। जिसमें महिलाओं की गैंग दिखाई दी। जिसकी तलाश के लिये लगातार सीसीटीवी कैमरों पर नजर रखी गई। 10 जुलाई को दोबारा इंदौर-नई दिल्ली एक्सप्रेस में उक्त गैंग की महिलाए चढ़ती दिखाई दी। टीम ने सब इस्पेंक्टर यशपालसिंह और महिला आरक्षक भारती धोटे के साथ महिलाओं की गैंग को पकड़ने का प्रयास किया। टीम की गिरफ्त में 2 महिला और 2 पुरूष आ गये। तीन महिला और 2 पुरूष भीड़ में स्टेशन परिसर से बाहर निकले और देवासगेट के पास खड़ी हरियाणा पासिंग कार क्रमांक एचआर-26 सीबी 4720 में सवार होकर भाग निकले। टीम ने उनका पीछा करने का प्रयास भी किया, लेकिन सफलता नहीं मिल पाई। इधर गिरफ्त में आई 2 महिला और पुरूषों से पूछताछ करने पर सामने आया कि गैंग बागरी समाज की है। जो ट्रेनों में यात्रियों की चेन और आभूषण चोरी करने का काम करती है। सभी चार पहिया वाहन में बैठकर उज्जैन आते थे। गैंग देशभर में वारदात करने जाती है। सब इंस्पेक्टर यशपाल सिंह ने बताया कि गिरफ्त में आई गैंग के सदस्यों को जीआरपी के सुपुर्द किया गया है। जहां उनसे चोरी का माल बरामद करने का प्रयास किया जा रहा है।