भोपाल में कांग्रेस के प्रदर्शन में महिला कार्यकर्ता का सिर फूटा
पटवारी परीक्षा को लेकर सीएम हाउस घेरने जा रहे थे, विधायक बोले- सरकार ने लाठीचार्ज कराया
दैनिक अवन्तिका भोपाल
भोपाल में शनिवार को कांग्रेस के प्रदर्शन के दौरान महिला कार्यकर्ता का सिर फूट गया। भोपाल शहर जिला अध्यक्ष भी गंभीर घायल हो गए। उनकी आंख के नीचे चोट आई है। यह प्रदर्शन पटवारी भर्ती परीक्षा में हुई गड़बड़ी को लेकर हुआ। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस परीक्षा के आधार पर पटवारियों की नई नियुक्तियों पर रोक लगा चुके हैं। कांग्रेस सीबीआई जांच की मांग कर रही है।
शनिवार दोपहर 1.40 बजे कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता सीएम हाउस घेरने के लिए निकले। वे रोशनपुरा चौराहे पर जुटे। यहां से भारतीय जनता पार्टी और कर्मचारी चयन मंडल के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आगे बढ़े। सीएम हाउस की सिक्योरिटी पुलिस ने बढ़ा दी थी। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने बाणगंगा चौराहा पर बैरिकेड्स लगाकर रोक लिया।
कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश की, तो पुलिस ने वाटर कैनन चलाकर उन्हें खदेड़ दिया। कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा का आरोप है कि पुलिस ने सरकार के कहने पर लाठीचार्ज किया। हमारे 50 कार्यकर्ता घायल हुए हैं। वहीं, पुलिस का कहना है कि लाठीचार्ज नहीं किया गया है।
लोकतंत्र की हत्या हुई : शर्मा
भोपाल की दक्षिण-पश्चिम विधानसभा से कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने कहा, ‘हम सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। सरकारी हमारी बात सुनने को तैयार नहीं है। पुलिस के लाठीचार्ज और वाटर कैनन से भगदड़ मची। कांग्रेस अध्यक्ष (भोपाल शहर) मोनू सक्सेना को गंभीर चोट आई है। महक राणा को भी काफी चोट लगी है। 50 कार्यकर्ता घायल हुए हैं।’
शर्मा ने कहा, ‘हम शांतिपूर्ण तरीके से जा रहे थे। ज्ञापन देना चाहते थे। यह अत्याचार है। लोकतंत्र की हत्या है। कांग्रेस डरने वाली नहीं है। हम लगातार जांच की मांग करते हुए लड़ाई लड़ते रहेंगे।’
पुलिस का दावा- लाठीचार्ज नहीं किया, बैरिकेड से गिरे
विधायक के आरोप पर एडीशनल डीसीपी राजेश सिंह भदौरिया ने कहा, प्रदर्शन की अनुमति नहीं ली गई थी। पुलिस ने कोई लाठीचार्ज नहीं किया। बैरिकेड गिराने पर सभी घायल हुए हैं। कुछ पुलिसकर्मियों को भी चोट आईं हैं। सभी को इलाज के लिए भेजा गया है।