इंदौर के सुखलिया स्थित नाहर अस्पताल में- महिला की डिलीवरी के समय नशे में था ओटी असिस्टेंट, लोगों ने पकड़ा तो धमकाने लगा

इंदौर। शहर का स्वास्थ्य विभाग इतना सुस्त है कि वह कभी निजी अस्पताल में झांककर भी नहीं देखता है कि वहां किस तरह से मरीजों का इलाज किया जा रहा है। शहर के कई ऐसे अस्पताल और नर्सिंग होम है, जहां हमेशा अनियमितता पाई जाती है। लेकिन जिम्मेदार कभी कार्रवाई करने ही नहीं जाते हैं।
सुखलिया स्थित नाहर अस्पताल में दो दिन पहले नशे की हालत में महिला की डिलिवरी के समय आपरेशन थिएटर में ओटी असिस्टेंट मौजूद था। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें दिखाई दे रहा है कि वह इतने नशे में था कि ठीक से खड़ा भी नहीं हो पा रहा था। वहीं यह बात जब महिला के परिजनों को पता चली तो वह थिएटर से उसे बाहर निकालकर लाए।
वहां परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा भी किया। वीरेंद्र अहिरवाल ने बताया कि गुरुवार को मैं अपनी पत्नी प्रिया की डिलिवरी करवाने के लिए नाहर अस्पताल में रात में लेकर आया था। यहां रात करीब नौ बजे उसे आपरेशन थिएटर में लेकर गए। वहां अंदर ओटी असिस्टेंट सरवन मीणा को डाक्टर बता रहा था। वह पत्नी की डिलिवरी के समय अंदर ही था। वह नशे में ही डिलिवरी के समय मौजूद था।
वह ठीक से चल भी नहीं पा रहा था। इसके बाद उसे पकड़कर बाहर लेकर आए तो भी वह हमें धमका रहा था। इस पर यहां मौजूद अन्य डाक्टर को हमने इसकी सूचना दी तो वह सरवन को कहने लगे कि तुम्हें कितनी बार कहा है नशे में रहते हो तो अंदर मत जाया करो।
इसके बाद वह हमें भी धमकाने लगे। हमने मामले की शिकायत सीएम हेल्पाइन पर भी की है। मामले की लिखित शिकायत सीएमएचओ कार्यालय में सोमवार को करूंगा। यदि मेरी पत्नी को कुछ हो जाता तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेता। हालांकि महिला और नवजात दोनों स्वस्थ हैं।

परिजनों ने किया हंगामा

परिजनों को आपरेशन थिएटर में ओटी असिस्टेंट की नशे की हालत में रहने की सूचना मिली तो उन्होंने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद वहां मौजूद डा. दीपशिखा नाहर परिजनों से मिलने आई। इसके बाद उन्होंने अन्य डाक्टरों को महिला की डिलीवरी के लिए भेजा।