​​​​​टीचर्स की बेरहमी से पिटाई से 8वीं के छात्र की मौत, आधा घंटा मुर्गा बना कर रखा

 

पिता बोले-उल्टियां करते हुए घर आया था बेटा; चार दिन तक अस्पताल में रहा भर्ती, शिक्षक अकबर खान व सोनू श्रीवास्तव पर गंभीर आरोप

ग्वालियर। यहां 8वीं के छात्र की टीचर्स व्दारा बेरहमी से पिटाई के कारण मौत हो गई। उमसभरी गर्मी के बीच उसे आधे घंटे मुर्गा बनाकर रखा। फोर्ट व्यू स्कूल में पढ़ने वाला 12 साल का छात्र 4 दिन से भर्ती था। रविवार सुबह उसने दम तोड़ दिया।
पिता ने बताया कि होमवर्क कंपलीट नहीं होने पर टीचर ने उसे डंडे से पीटा। उमस भरी गर्मी में 30 मिनट तक मुर्गा बनाए रखा। छत से फेंकने की धमकी भी दी। पूरा घटनाक्रम बच्चे के बड़े भाई ने देखा। वह भी इसी स्कूल में पढ़ता है। बच्चे की मौत से नाराज परिजन ने स्कूल का घेराव कर दिया। पुलिस ने कार्रवाई का भरोसा दिलाकर हंगामा शांत कराया।

बड़े भाई ने बताया- डंडे से पीटा, फिर मुर्गा बनाया

ग्वालियर शहर के बहोड़ापुर में रहने वाले कोकसिंह चौहान प्राइवेट कंपनी में जॉब करते हैं। उनके तीन बच्चे हैं। बड़ी बेटी, बेटा योगेश चौहान (14) और कृष्णा चौहान (12)।
कोकसिंह के मुताबिक, छोटा बेटा कृष्णा घर में सबसे ज्यादा हंसमुख था। 12 जुलाई को स्कूल से घर लौटते समय उसे काफी उल्टियां हुईं। एक हाथ और पैर भी काम नहीं कर रहे थे। बड़ा बेटा योगेश इसी स्कूल में 9वीं में पढ़ता है। उसने बताया कि टीचर सोनू श्रीवास्तव और अकबर खान ने कृष्णा को डंडे से पीटा। फिर मुर्गा बनाया।
स्कूल मैनेजमेंट के कहने पर हम बच्चे को प्राइवेट हॉस्पिटल ले गए। हालात ज्यादा खराब हुई तो जयारोग्य अस्पताल लेकर पहुंचे। ट्रॉमा सेंटर में बेटे ने बेहोशी की हालत में दम तोड़ दिया।
रविवार को छात्र की मौत पर परिवार ने फोर्ट व्यू स्कूल का घेराव कर दिया। पुलिस ने सख्त कार्रवाई का भरोसा देते हुए हंगामा शांत कराया।

8 महीने पहले भी पीटा था, स्कूल जाने से घबराने लगा

कोकसिंह चौहान ने बताया कि स्कूल में आठ महीने पहले भी इन्हीं टीचर्स ने मेरे बच्चे को बेरहमी से पीटा था। उसे चार दिन तक फीवर रहा था। वह स्कूल जाने से घबराने लगा था। उस समय मैं खुद जाकर स्कूल में आवेदन देकर आया था कि मेरे बच्चे को मारना-पीटना नहीं, लेकिन कुछ दिन खामोश रहने के बाद स्कूल के टीचर्स फिर परेशान करने लगे थे।

चौहान ने कहा कि उनका बच्चा पढ़ाई में भी अच्छा था, लेकिन पता नहीं स्कूल वालों को क्या दुश्मनी थी। जिन शिक्षकों ने उसे पीटा है, वे स्कूल में ही अपनी कोचिंग चलाते हैं। जो बच्चे स्कूल के बाद उनकी कोचिंग में नहीं पढ़ने जाते, उनको वे परेशान करते हैं। मेरा हंसता-खेलता बच्चा इन लोगों ने मुझसे छीन लिया है।

पुलिस बोली- पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर करेंगे कार्रवाई

छात्र के पिता ने बताया कि पुलिस जब तक मेरे बेटे को प्रताड़ित करने वालों पर एफआईआर दर्ज नहीं करेगी, तब तक चैन से नहीं बैठूंगा।
परिजन के आरोप पर पुलिस ने कहा- पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

 

उज्जैन में प्रधानाध्यापिका ने बच्चों को लाइन में लगाकर छड़ी से पीटा

करीबन 10 बच्चों की पिटाई का वीडियो वायरल, डीईओ ने दिए जांच के आदेश

उज्जैन। उज्जैन के ग्राम गोठड़ा स्थित शासकीय विद्यालय में प्रभारी प्रधानाध्यापिका ने बच्चों की छड़ी से पिटाई की। वीडियो सामने आने पर जिला शिक्षा अधिकारी ने जांच के आदेश दिए हैं।
वीडियो में प्रभारी प्रधानाध्यापिका ज्योति बाला निगम माध्यमिक कक्षाओं के विद्यार्थियों को कतार में खड़ा कर छड़ी से पीटते हुए नजर आ रही हैं। बच्चों की पिटाई का कारण क्या रहा, इसका खुलासा नहीं हुआ। वायरल वीडियो में प्रभारी प्रधानाध्यापिका की आवाज आ रही है। वे बच्चों को खाना खाने के बाद चेतावनी दे रही हैं। एक अन्य टीचर बच्चों को बोल रही हैं कि आगे से ध्यान रखना 7वीं क्लास का बच्चा अब 6वीं क्लास में दिख मत जाना।

शिकायत मिली थी

घटना का वीडियो सामने आने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में लिखित शिकायत हुई है। मामला 11 जुलाई का बताया जा रहा है। शनिवार को जनशिक्षक केएल सोलंकी स्कूल पहुंचे। सोलंकी ने बताया वीडियो की जानकारी मिलने पर स्कूल पहुंचे, लेकिन जिस नाम से शिकायत हुई है, उन पालकों ने ऐसी कोई शिकायत करने से इनकार किया है।प्रधानाध्यापिका को समझाइश दी गई है।

अनुशासन बनाने के लिए थोड़ी सख्ती करना पड़ी

प्रभारी प्रधानाध्यापिका निगम ने घटना को स्वीकार करते हुए कहा कि मुझसे गलती हो गई। विद्यार्थी लगातार आपस में लड़ रहे थे। अनुशासन बनाने के लिए थोड़ी सख्ती करना पड़ी। जिला शिक्षा अधिकारी आनंद शर्मा ने बताया मामला संज्ञान में आने के बाद जांच दल बनाकर जांच के निर्देश दिए हैं। जांच दल की रिपोर्ट के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी।