सावन के पवित्र माह हरियाली अमावस्या पर श्रद्धालुओं ने शिप्रा में लगाई डुबकी

उज्जैन। में हरियाली अमावस्या पर हजारों श्रद्धालुओं ने सावन के पवित्र माह में लगाई शिप्रा में डुबकी लगाई। सावन भोलेनाथ का प्रिय माह माना जाता है। सावन का दूसरा सोमवार हरियाली अमावस्या साथ लेकर आया है। अमावस्या पितरों की उपासना तिथि मानी जाती है। सोमवार के साथ अमावस्या का अद्भुत संयोग जीवन की हर मनोकामनाओं को पूरा करता है। मान्यता है कि इस दिन उपवास रखकर शिवजी की पूजा और मंत्र जाप किए जाएं, तो आर्थिक और पारिवारिक समस्याएं दूर हो जाती हैं। अगर कोई अज्ञात बाधा है तो इस दिन पूजा उपासना से विशेष लाभ लिया जा सकता है। अमावस्या के दिन शिवजी की पूजा प्रदोष काल में करना सर्वोत्तम होता है।

वातावरण की हरियाली के कारण श्रावण मास की अमावस्या हरियाली अमावस्या कहा जाता है। इस दिन दान, ध्यान और स्नान का विशेष महत्व है। इसके अलावा इस दिन विभिन्न मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए पौधे भी लगाए जाते हैं. इस तिथि को पौधों के माध्यम से सम्पन्नता और समृद्धि प्राप्त की जा सकती है।

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