डिलीवरी योजना के राषि पाने वाली महिला के खाते में से 16870रू. की आॅनलाईन ठगी

खाचरौद
डीजीटल इंडिया की ओर देष अग्रसर हो रहा सभी कार्य आॅनलाईन हो गये है। परन्तु साथ साथ आॅनलाईन ठगी का ग्राफ भी आये दिन बड़ता जा रहा है। ऐसी ही एक घटना बरथुन की निवासी सुनीता पति जीवन पाटीदार के साथ आॅनलाईन ठगी हो गई। महिला ने बताया कि मै अपनी पहली डिलीवरी के लिये अपने पिता के यहॉ घिनोदा हुॅ मुझ डिलीवरी के बाद शासन की ओर योंजना के अनुसार डिलीवरी की किष्ते मिली मुझें लगभग तीन किष्तो में 15000रू प्राप्त हो चुके है और एक किष्त और शासन की ओर से आने वाली है आज दिनांक 18-7-2023 को प्रात: 10:30 बजे के लगभग मोबाईल न0 7667120018 नं. से फोन आया और अपना नाम दिपक बताया गया और बोला की में डी.एम.ओ. आॅफीस आॅगनवाड़ी हवाला देकर कहा कि आपको एक किष्त डिलीवरी की शासन की ओर से देना है संबंधी जानकारी दे रहा हुॅ। आपके खाते में राषि डालनी है
क्या आप फोन पे एप्लीकेषन चलाती है महिला द्वारा बोला गया कि हॉ में चलाती हुॅ। आॅफिस से महिला के बारे में सारी जानकारी दी गई जिससे महिला को विष्वास हो गया कि हॉस्पीटल में जो जानकारी दी गई वो सभी सही बताई गई लगभग 15 मिनट तक बात होती रही। दिपक कुमार ने राषि खाते में डालने का बोलकर फोन कट गया। महिला द्वारा जब अपने फोन पे पर चेक किया गया तो उसके होष उड़ गये। क्योकि उसके खाते में मात्र 930रू ही रह गये। जबकि महिला के खाते में फोन आने के पहले 17800रू का बेलेंस था। फोन पे की हिस्ट्री चेंक की गई तो लगभग 6 किष्तो में राषि की ठगी हुई। महिला अपने पिता के साथ तुरंत आंगनवाड़ी केन्द्र खाचरौद आॅॅिफस पर जाकर उक्त संबंधी घटना बताई गई और फोन के ट्रुकॉलर पर मोबाईल नंबर की जानकारी देखी गई तो डी.एमओ0 आॅफिस आॅगनवाड़ी एम पी. दिख रहा है। कार्यालय कर्मचारीयों द्वारा तुरंत फोन नं0 की जॉच और जिला कार्यालय से जानकारी प्राप्त कर बताया गया कि कोई भी फोन आॅगनवाड़ी कार्यालय से नही किया गया। महिला तुरंत पुलिस थाना खाचरौद जाकर आॅनलाईन ठगी की रिपोर्ट की गई। पुलिस द्वारा प्रकरण दर्ज कर जॉच प्रारंभ की है। ऐसे कई मामले शासन की योजना की राषि मिलने वाले हितग्राहीयो के साथ हो रहा है अधिकतर आॅगनवाड़ी व स्वास्थ्य विभाग के नाम के फर्जी फोन आ रहे है।