बारिश का पानी महाकाल में घुसा, मोटरों से निकाला बाहर कलेक्टर ने कहा घबराए नहीं श्रद्धालुओं को हो रहे सुलभ दर्शन
उज्जैन। उज्जैन में लगातार हो रही तेज बारिश का पानी महाकाल मंदिर में भी घुस गया। लेकिन पानी को मोटरों से कुछ ही देर में बाहर निकाल दिया गया। इससे आम श्रद्धालुओं को किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं हुआ। मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने कहा कि श्रद्धालुओं को घबराने की जरूरत नहीं है। महाकाल मंदिर में सुलभ दर्शन कराए जा रहे हैं। उज्जैन में बारिश का दौर जारी है। इसके चलते पानी मंदिर परिसर में भी घुस रहा है। लेकिन समिति ने पानी को तुरंत बाहर करने के लिए बेहतर ड्रेनेज सिस्टम बना रखा है। वहीं पानी खींचकर बारह निकालने के लिए बड़ी-बड़ी मोटरें भी लगा रखी है। जिससे कुछ ही समय में मंदिर में घुसे पानी को वापस बाहर किया जा सकता है। इस पानी से कहीं भी मंदिर की आम दर्शन व्यवस्था पर कोई असर नहीं पड़ा है।
बारिश के बीच 80 हजारश्रद्धालुओं ने किए दर्शन
महाकाल मंदिर में आम दर्शन कर सिलसिला प्रतिदिन के अनुसार ही मंदिर खुले रहने तक निरंतर जारी है। सुबह से रात तक 80 हजार लोगों ने भगवान महाकाल के दर्शन किए। देशभर से आम श्रद्धालुओं के उज्जैन आने का सिलसिला जारी है। लोग श्रावण के अधिकमास में दर्शन-पूजन के लिए अधिक संख्या में पहुंच रहे हैं।
नंदीहॉल में भर जाता है पानीनिकालने के लिए 6 मोटरें
कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने कहा कि महाकाल मंदिर में किसी भी तरह का जलभराव नहीं हो सकता है। बस हर वर्ष की तरह ही तेज बारिश के कारण यद्यपि कुछ पानी नंदीहॉल में भरा रहा है। जिसे हेवी मोटर्स से तुरंत बाहर करने की व्यवस्था है। मंदिर में जलजमाव रोकने के लिए 6 हेवी मोटर्स लगी हुई है। बारिश के पानी की वजह से किसी भी तरह से दर्शनार्थियों के दर्शन में व्यवधान उत्पन्न नहीं हो रहा है।
दर्शन को लेकर अफवाह नफैलाएं प्रशासन की अपील
कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने कहा कि महाकाल मंदिर में बारिश के कारण दर्शन प्रभावित होने की गलत अफवाह न फैलाएं। लोगों से अपील है कि व्यवस्था में सहयोग करें। प्रशासन भी ऐसे असामाजिक लोगों पर नजर रखे हुए है। इस तरह की भ्रामक सूचनाएं फैलाने वालों पर नियमानुसार वैधानिक कार्रवाई भी की जा सकती है।