सीयूईटी काउंसिलिंग में दस हजार रैंक पाने वाले विद्यार्थी करवा सकेंगे पंजीयन, 27 जुलाई से शुरू होगी प्रवेश प्रक्रिया
इंदौर देवी अहिल्या विश्वविद्यालय से संचालित पाठ्यक्रम में प्रवेश को लेकर सीयूईटी काउंसिलिंग करवाई जाएगी। प्रवेश प्रक्रिया के संबंध में विश्वविद्यालय प्रशासन इन दिनों गाइडलाइन बना रहा है। पिछली गलतियों को न दोहराते हुए इस बार काउंसिलिंग ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थियों को प्रक्रिया से जोड़ने पर विचार कर रहा है, क्योंकि पहले चरण में ही पाठ्यक्रमों की अधिकांश सीटों पर दाखिला हो सके। यह वजह है कि दस हजार रैंक पाने वाले छात्र-छात्राएं प्रवेश प्रक्रिया में हिस्सा ले सकेंगे, जो काउंसिलिंग के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे। विश्वविद्यालय ने प्रवेश प्रक्रिया 27 जुलाई से रखने की तैयारी की है। विश्वविद्यालय के 17 अध्ययनशालाओं से संचालित 42 इंटीग्रेटेड, स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में प्रवेश दिया जाना है। 3096 सीटों के लिए सीयूईटी यूजी-पीजी की परीक्षा करवाई है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने रिजल्ट जारी कर दिए है। इन दिनों एजेंसी विद्यार्थियों का डाटा बनाकर विश्वविद्यालय को भेजने की तैयारी में जुटा है। अगले कुछ दिनों में विश्वविद्यालय को डाटा मिलने की उम्मीद है।
विद्यार्थियों के स्कोरकार्ड के आधार पर विश्वविद्यालय मेरिट बनाएगा। सूची जारी होने के बाद विद्यार्थी काउंसिलिंग के लिए पंजीयन करवा सकेंगे। अधिकारियों के मुताबिक पिछले साल प्रवेश प्रक्रिया में सिर्फ 5 हजार रैंक हासिल करने वाले विद्यार्थियों को मौका दिया, इससे विश्वविद्यालय को दो से तीन चरणों में काउंसिलिंग करना पड़ी। मगर परिस्थितियां सामान्य होने से विश्वविद्यालय को प्रवेश प्रक्रिया अगस्त तक पूरी करना है, इसलिए विश्वविद्यालय ने काउंसिलिंग एक चरण में खत्म कर सीटों को भरने का विचार किया है। इस बार ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थियों को प्रवेश प्रक्रिया से जोड़ने पर विचार किया है। यूजी-पीजी कोर्स की अलग-अलग मेरिट बनेंगी, जिसमें दस हजार रैंक पाने वाले विद्यार्थी पंजीयन कर सकेंगे। सीयूईटी समन्वयक डा. कन्हैया आहूजा ने कहा कि पिछले साल पांच हजार रैंक वाले विद्यार्थियों को काउंसिलिंग के लिए बुलाया था, लेकिन अधिकांश विद्यार्थियों ने अन्य संस्थानों में प्रवेश ले लिया।