डिवाईडर में मवेशी और गौबर नहीं हुई अब तक एफआईआर
उज्जैन सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में करीब एक वर्ष की अवधि के दौरान लिए गए निर्णय पर अमल नहीं हो सका है। निर्णय समिति के ठहराव प्रस्ताव के रजिस्टर में ही जाम हो गया है। डिवाईडरों में मवेशी और गोबर पड़ा हुआ है और साथ ही सड़क की रेलिंग में मवेशी बांधे जा रहे हैं। निर्णय पर अमल सड़क विकास निगम के अधिकारियों को करना था, जिन्होंने बैठक के बाद पलटकर मुद्दे को देखना तक वाजिब नहीं समझा।
उज्जैन-इन्दौर रोड के डिवाइडरों की जमीन पर पौधारोपण को नष्ट करके कई स्थानों पर ग्रामीणों ने गोबर डालने और कंडे थेपने का स्थान बना लिया है। अपना घरेलू अटाला उस पर रख दिया है। इस कारण से वहां पर मनुष्य एवं पशु की आवाजाही शुरू हो गई है।इस मुददे के साथ ही अन्य प्रमुख मुददों को लेकर 30 नवंबर 2017 को सड़क सुरक्षा समिति की बैठक तत्कालीन कलेक्टर संकेत भोंडवे ने ली थी। डिवाइडर के बीच के स्थान के पौधों की सुरक्षा एवं एक्सीडेंट को रोकने के लिये कलेक्टर ने मप्र सड़क विकास निगम एवं पुलिस अधिकारियों को संयुक्त रूप से कार्यवाही करने के निर्देश देते हुए ऐसे व्यक्तियों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज करने को कहा था। बैठक के बाद इस पर अमल होना था लेकिन ऐसा नहीं किया गया ।हाल ही में इंदौर रोड़ पर भैंस की वजह से दुर्घटना हुई लेकिन इस पर भी कार्रवाई नहीं की गई। न तो पुलिस ने और नहीं सड़क विकास निगम के अधिकारी ही मामले में आगे आए हैं।