दशपुर रंगमंच द्वारा प्रसिद्ध पार्श्व गायक स्व. मुकेश के सौ वें जन्म जयंती पर संगीत निशा का आयोजन किया
मन्दसौर। दशपुर रंगमंच द्वारा प्रसिद्ध पार्श्वगायक स्व. मुकेश के 100वें जन्म जयंती पर संगीत निशा का आयोजन किया गया।
प्रारंभ में सभी कलाकारों ने मॉ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरूआत की। सर्वप्रथम आबिद भाई ने गीत गाया जो प्यार तुने मुझको दिया था, वो प्यार तेरा मैं लौटा रहा हूॅ। फिर राजकुमार अग्रवाल ने मेरा नाम जोकर फिल्म का गीत गाया जाने कहा गये वो दिन। चेतन व्यास ने वक्त करता जो वफा आप हमारे होते गीत गाकर संगीत निशा को आगे बढ़ाया। सतीश सोनी ने चंचल, शीतल, निर्मल, कोमल संगीत की देवी स्वर सजनी गीत को बखूबी प्रस्तुत किया।
लोकेन्द्र पाण्डे ने मुकेश के सदाबहार गीत च्च्जाउ कहाँ बता ए दिल को प्रस्तुत कर उनकी यादे ताजा कर दी। आरक्षक नरेन्द्र सागोरे ने मेरी तमन्नाओं की तकदीर तुम संवार दो गाकर माहौल रूमानी किया। हिमांशु वर्मा ने महबूब मेरे, महबूब मेरे गीत तथा दिव्यांश वर्मा ने आनन्द फिल्म का गीत मैने तेरे लिये ही सात रंग के सपने चुने सुनाकर मुकेशजी को श्रद्धांजलि दी। स्वाति रिछावरा ने चल अकेला-चल अकेला गीत को प्रस्तुत किया। वही क्षेत्र के मशहूर कलाकार आशीष मराठा ने च्च्इक प्यार का नगमा है गीत गाकर सबको साथ गुनगुनाने को मजबूर कर दिया।
कार्यक्रम संयोजक अभय मेहता ने मैं पल दो पल का शायर हूॅ गीत को बखूबी प्रस्तुत किया। नरेन्द्र त्रिवेदी व बालकवि ध्रुव ने भी अपनी प्रस्तुति दी। अंत में आभार ललिता मेहता ने माना।