नागदा को जिला बनाने की घोषणा के बाद विरोध के स्वर शुरू

उज्जैन। नागदा को जिला बनाने की घोषणा होते ही अब विरोध के स्वर उठने लगे जी हा विकास पर्व कार्यक्रम में शामिल होने नागदा आए मुख्यमंत्री नागदा को जिला बनाने की घोषणा की थी सीएम ने कहा था। कि जो तहसीलें राजीखुशी से नागदा जिले में शामिल होना चाहती हैं उन्ही को शामिल किया जाएगा सीएम की घोषणा के बाद नागदा जिले मे शामिल होने वाली तहसीलों के नागरिकों ने इसका विरोध शुरू कर दिया।

खाचरोद तहसील को नागदा जिले में शामिल करने पर विरोध… नारे बाजी करते हुए पहुंची भारी भीड़ 

वही नागदा जिले में खाचरोद तहसील को शामिल करने को लेकर विरोध शुरू हो गया है। सोमवार को नगर के नागरिकों ने खाचरोद अधिकार मंच के बैनर तले बड़ी संख्या में तहसील कार्यालय पहुंचकर जिला कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा । यहाँ ज्ञापन में बताया गया कि खाचरोद ग्वालियर रियासत से जुड़ा प्राचीन नगर है जो स्वय ज़िला बनने योग्य है तो फिर खाचरोद को नागदा जिले में क्यों शामिल किया जा रहा है या तो जिला खाचरोद को बनाया जाए या फिर इसे उज्जैन जिले में ही रहने दिया जाए।यहाँ बता दे की बड़नगर और महिदपुर के नागरिक पूर्व में ही उज्जैन जिले में रहने की मनसा जाहिर कर चुके हैं। ऐसे में नागदा को जिला बनना किसी चुनौतियों से कम नहीं होगा अब देखना यह होगा कि मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद नवीन नागदा जिले में किन-किन तहसीलों को शामिल किया जाएगा।

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