शहर फेल रहा और पानी घट रहा, यह गंभीर चिंता का विषय, जरूरत ठोस उपायों की
इंदौर। शहर की आवश्यकता अनुसार वर्तमान में नर्मदा का पर्याप्त पानी आ रहा है किंतु, जिस तेजी से जनसंख्या बढ़ रही है तथा शहर फैल रहा है साथ ही पानी की वितरण पाइप लाइन पुरानी होने के कारण, आने वाले समय में शहर को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े, इसलिए जल बोर्ड का गठन किया जा कर, पानी के प्रबंधन के लिए ठोस प्रयासों की बेहद जरूरत है।
उक्त बातें विभिन्न वक्ताओं ने डेवलपमेंट फाउंडेशन द्वारा भविष्य में शहर के लिए पानी का प्रबंधन कैसे हो…विषय पर आयोजित बैठक में व्यक्त की। जल प्रबंधन के विशेषज्ञ, बुद्धिजीवियों तथा नगर निगम के सभापति की उपस्थिति में आयोजित बैठक में कहा कि शहर में तेजी से जनसंख्या बढ़ रही है तथा शहर फैल रहा है, जिसको लेकर पानी के प्रबंधन की बेहद जरूरत है।
घट रहा है नर्मदा का पानी
इंदौर में पानी का मुख्य स्रोत नर्मदा का पानी है तथा नर्मदा का पानी घट रहा है। लगभग 40 लाख की आबादी तथा लाखों लोगों का प्रतिदिन शहर में आना जाना बना रहता है। इन सभी के लिए भविष्य की कार्य योजना बनाने की जरूरत है। नगर निगम के सभापति मुन्नालाल यादव ने कहा कि नागरिक अपनी जिम्मेदारी नहीं समझ रहे हैं। वर्तमान में पर्याप्त पानी आ रहा है किंतु अलग-अलग कारणों से बराबर वितरित नहीं हो पाता, साथ ही सही तरीके से पानी का प्रबंधन भी नहीं हो पा रहा है। लोग पानी की कीमत नहीं समझते एवं 25 प्रतिशत लोग पानी का दुरुपयोग करते हैं। उन्होंने कहा कि जल मल बोर्ड का गठन हो जाए तो पानी का बहुत अच्छा प्रबंधन हो सकता है।
पूर्व सभापति अजय सिंह नरूका ने कहा कि 24 घंटे सातों दिन जल का वितरण किया जाए तथा मीटर लगाकर उपयोग किए गए पानी का पैसा लिया जाए तो नागरिकों में पानी संग्रह करने की प्रवृत्ति खत्म हो जाएगी।