अजनार नदी की जलकुंभी से डेम का निकासी द्वार चौक हो गया

ब्यावरा। इंदौर नाका क्षेत्र में अजनार नदी के बहाव को जलकुंभी ने डेम के निकासी द्वार को चौक कर दिया। अजनार नदी की दुर्दशा का यह हाल है कि आज जिले की सबसे गंदी नदी के रूप में पहचानी जाती हैं। अजनार नदी की अनदेखी करने अतिक्रमण से लगातार घिरने के बाद भी आंखें मूंद लेने वह सारे नगर की गंदगी को इसमें डालने और अनुपयोगी इस स्टाप टाइम के द्वार को नहीं हटाने से इस के हालात बेकाबू होते आए हैं। अब इसके साथ ही जलकुंभी सी भयावहता और बढ़ गई है जो नगरवासियों के लिए घातक हो सकता है। यदि समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया जाता है, तो आने वाले दिनों में हालात बेकाबू हो जाए कोई आश्चर्य नहीं होगा। इंदौर नाका क्षेत्र, अंजलि लाल मंदिर क्षेत्र, शीतला माता मंदिर क्षेत्र, राजगढ़ रोड महमूरगंज नदी किनारा क्षेत्र, जगह चौक क्षेत्र आदि पूर्व के वर्ष वर्षा में अजनार नदी के उफान पर आने से डूबते रहे हैं।
अगर इस बार अजनार नदी का बहाव रुका तो क्या परिणाम हो सकते हैं। यह तो अजनार का रूद्र रूप और स्टॉप ड्रम में रूका जलकुंभी तांडव मचा सकता है। नपा अमल ने जलकुंभी हटाने का प्रयास किया पर उसे कोई सफलता नही मिली. अजनार नदी पर करीब 2 कि.मी. पर 5 पुल है और 3 पर स्टाप डेम बने हुए हैं, यहां तक नदी में जलकुंभी फैली हुई है।