सहारा निवेशक केंद्र के लाली पाप से मानेगा नहीं 31 जुलाई को दिल्ली में फिर करेंगे प्रदर्शन

जावरा।  सहारा इंडिया के निवेशकों को केंद्र सरकार की ओर से राशि लौटाने के आश्वासन से सहारा निवेशको और संघर्ष समिति में हर्ष व्याप्त दौड़ा था। लेकिन सरकार द्वारा सहारा रिफंड पोर्टल की खामियां और निवेशकों की संपूर्ण राशि लौटाए जाने की व्यवस्थित प्लानिंग के बगैर केंद्र एवं राज्य सरकार सहारा इंडिया के सुब्रत राय सहारा को बचाने की व्यवस्था तथा उन्हें कानूनी कार्यवाही उसे बाहर करने की तैयारी पहले से कर रही। जिससे सहारा निवेशकों में आक्रोश फैल रहा यह बात जन आंदोलन न्याय मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह सोलंकी ने शुक्रवार को स्थानीय संघर्ष समिति एवं निवेशको की बैठक में कहीं। बैठक में निर्णय हुआ कि एक बार पुन: 31 जुलाई को दिल्ली के रामलीला मैदान में जंगी प्रदर्शन करेंगे।
सोलंकी ने बताया कि सहारा की ओर से 24979 करोड रुपए जमा करवाएं ।जिनमें से पंच हजार करोड़ की राशि वर्तमान में निवेशक को लौटाए जाने की बात कही जा रही है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि इस राशि से 10 करोड निवेशको को लाभ होगा। ऐसे में भ्रम यह है कि यदि सभी निवेशकों को १०००रुपये दिए जाएं तब भी एक लाख करोड रुपए की आवश्यकता होती है सोलंकी ने यह भी कहा कि पूर्व में सेंट्रल रजिस्टार आफ को आॅपरेटिव सोसाइटी को मार्च माह से ही सहारा निवेशकों की ओर से आवेदन मंगाए जा रहे थे। संपूर्ण देश में ढाई लाख करोड़ से अधिक के भुगतान किया जाना है ।ऐसे में सरकार पांच हजार करोड़ की न्यूनतम राशि उपलब्ध कराकर निवेशकों को चुनाव पूर्व लॉलीपॉप दिया जा रहा है। सरकार सुब्रत राय के विरुद्ध आपराधिक प्रकरण भी समाप्त करने की तैयारियां में जुटी है।
सोलंकी ने आगे बताया कि उक्त आंदोलन में देश से सहारा पीड़ितों के साथ राज्यसभा सांसद एवं पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह भी शामिल होकर सहारा निवेशकों की आवाज को बुलंद करेंगे। बैठक में संघर्ष समिति के गिरजा शंकर दायम, विजय सैनी ,विक्रम सिंह पवार, जीवन दायम,प्रकाश धाकड़ ,राम गोपाल गहलोत ,मुकुंद सोलंकी, भंवरलल बा माता ,इदरीश हुसैन, आदि कार्यकर्ता शामिल थे ।