महाकालेश्वर की सवारी में रूद्रेश्वर  चंद्रशेखर नाम के नए रूप निकलेंगे

– इस बार श्रावण के अधिकमास के कारण 10 सवारी

– हमेशा 6-7 सवारी होती है, सवारी बड़ी तो रूप भी

 

दैनिक अवंतिका उज्जैन। 

ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर की सवारी में इस बार रुद्रेश्वर और चंद्रशेखर जैसे नए रूप भी निकलेंगे। यह रूप सवारी की संख्या बढ़ने से शामिल किए जाएंगे। क्योंकि इस बार 19 साल के बाद श्रावण में अधिकमास आया है। इसलिए भगवान महाकाल की कुल 10 सवारियां निकलना है। 

महाकाल मंदिर के पुजारी प्रदीप गुरु ने बताया कि हमेशा श्रावण भादौ मास की मिलाकर 6 या 7 सवारी निकलती है। लेकिन इस बार श्रावण का अधिकमास होने से दो श्रावण में 10 सवारी आने से भगवान महाकाल के स्वरूप भी 7 से बढ़ाकर 10 निकलेंगे। इसलिए इस बार आठवीं, नौवी और दसवीं शाही सवारी में नए दो से तीन नए रूप शामिल किए जाएंगे। अभी सवारी में चांदी की पालकी में चंद्रमौलेश्वर, हाथी पर मनमहेश, गरुड़ व नंदी के रथ पर उमा-महेश व शिव तांडव निकले हैं। इसके अलावा सप्तधान व अन्य नाम के रूप है जो आगे की सवारियों में निकलेंगे।  

रूप बढ़े तो बाबा के लिए रथ भी 

लाए, दानदाताओं से बनवाए

सवारी की संख्या बढ़ी तो रूप बढ़ाए गए और जब रूप बढ़े तो इन्हें सवारी में निकालने के लिए नए रथ भी बनवाने पड़े। मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि बाबा महाकाल की सवारी के लिए समिति ने 3 नए रथ बनवाए है। यह रथ दानदाताओं के माध्यम से बनवाए गए है। 

इस बार श्रावण 59 दिन का हो 

गया, इसलिए बड़ी सवारियां 

इस बार श्रावण के महिने में अधिकमास होने से श्रावण मास पूरे 59 दिन हो गया। जबकि हमेशा 29-30 दिन का ही होता है। 4 जुलाई से श्रावण शुरू हो गया था जो कि 31 अगस्त तक रहेगा। इस बीच 18 जुलाई से अधिमास शुरू हुआ जो 16 अगस्त तक है। अधिकमास के दिन जुड़ जाने के कारण हर बार आने वाले सात या आठ सोमवार की जगह इस बार 10 सोमवार आ रहे हैं। इस हिसाब से महाकाल की 10 सवारी होगी। अभी 4 सवारी निकल चुकी है। इस सोमवार को पांचवीं सवारी आएगी। 

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