इंदौर में तेजी से फैल रहा डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मरीज भी बढ़े
दो दिन में डेंगू के 12 नए मरीज:वैभव नगर, भंवरकुआ, टॉवर चौराहा और एमजीएम होस्टल में छिड़काव
इंदौर। बारिश के मौसम के बीच अब डेंगू के मरीज भी आना शुरू हो गए हैं। शुक्रवार को शहर में डेंगू के छह नए मरीज मिले थे। शनिवार को भी छह नए मरीज मिले हैं। ये मरीज वैभव नगर, भंवरकुआं, सत्यम विहार, टॉवर चौराहा, मूसाखेड़ी, एजीएम बॉयज होस्टल, भोलाराम उस्ताद मार्ग, व्यास नगर, बिचौली आदि क्षेत्रों के हैं।
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. दौलत पटेल ने बताया कि इन सभी का घरों पर इलाज चल रहा है। इनमें बच्चे नहीं हैं। जिन क्षेत्रों में डेंगू के मरीज मिले हैं वहां लगातार छिड़काव कर लार्वा नष्ट किया गया। इसके साथ ही सर्वे कर ऐसे स्थानों पर छिड़काव किया जा रहा है। लोगों से अपील की गई है कि अपने घर परिसर, आसपास पानी जमा न होने दें। शुक्रवार को इसे लेकर संभागीय स्तर पर एक बैठक हुई। इसमें जॉइंट डायरेक्टर डॉ. शरद गुप्ता द्वारा सभी जिले के अधिकारियों को डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया की रोकथाम के लिए ध्यान देने को कहा गया। बैठक में सभी जिलों के अधिकारियों द्वारा इस क्षेत्र में किए जा रहे कामों का स्लाइड द्वारा प्रेजेंटेशन दिया गया।
उधर, हाल ही में हुई एक बैठक में कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी ने शहर के सभी सरकारी होस्टलों के स्टूडेंट्स का हेल्थ चेक अप करने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। इन होस्टल का हर माह अनिवार्य रूप से हेल्थ चेक अप हो, इसके लिए मासिक कैलेन्डर बनाने को भी कहा गया है
इंदौर में डेंगू मरीजों की स्थिति
इंदौर में इस साल जनवरी में 1, फरवरी में 16, मार्च में 2, अप्रैल में 3, मई में 2, जून में चार, जुलाई में 16 और अगस्त में (5 अगस्त तक) डेंगू के 12 मरीज मिले हैं।
गंदे पानी के जमाव से होता है डेंगू
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. दौलत पटेल बताया कि डेंगू एडीज इजिप्टी (मादा मच्छर) के काटने से फैलता है। यह बुखार मच्छरों द्वारा फैलाई जाने वाली बीमारी है। यह स्थिति तब बनती है घरों में या आसपास एक ही स्थान पर बहुत दिनों से पानी जमा हो। जैसे कूलर, वॉश एरिया, सिंक, गमलों आदि भी कई बार पानी जमा रहता है जो डेंगू का कारक बनता है।
– एडीज मच्छर पानी जमाव होने की स्थिति में सक्रिय हो जाते हैं। इन मच्छरों की प्रकृति यह है कि ये दिन में ही काटते हैं।
– फिर कुछ समय बाद इसकी चपेट में आए लोगों को तेज बुखार, शरीर पर लाल चकते पड़ना, सिर, हाथ-पैर और बदन में तेज दर्द, भूख न लगना, उल्टी-दस्त, गले में खराश, पेट में दर्द और लीवर में सूजन आदि लक्षण दिखते हैं।
– ऐसे में संबंधित व्यक्ति को तुरंत डॉक्टरों को दिखाना चाहिए। इसके बाद ब्लड टेस्ट में इसकी जांच होती है जिसमें पुष्टि होती है कि उसे डेंगू है या दूसरी बीमारी।