भूमाफिया के खिलाफ सुनवाई के दौरान चिराग शाह ने कहा- नहीं दे सकता भूखंड
इंदौर । कालिंदी गोल्ड, सैटेलाइट हिल्स और फीनिक्स सैटेलाइट कालोनियों में भूमाफिया चंपू अजमेरा, चिराग शाह और अन्य से पीड़ित लोगों की सुनवाई के लिए हाई कोर्ट द्वारा गठित हाई पावर कमेटी को 9 अगस्त को हाई कोर्ट के समक्ष अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करना है। अब तक कमेटी ने सुनवाई पूरी नहीं की है। हैप्पी धवन की डायरियों का निराकरण होना बाकी है।
भूमाफिया चिराग शाह और अन्य ने तो सुनवाई के दौरान कमेटी के समक्ष आना बंद कर दिया है। 9 अगस्त को होने वाली सुनवाई में कोर्ट कमेटी को मामलों के निराकरण के लिए अतिरिक्त समय दे सकती है। कमेटी ने सुनवाई के दौरान ज्यादातर मामलों का निराकरण कर दिया है। हालांकि, कुछ मामले अब भी उलझे हुए हैं। भूमाफिया एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डालकर बचने की कोशिश कर रहे हैं।
निर्देश के बाद भी नहीं दिए भूखंड
कालिंदी गोल्ड में 23 भूखंड दिए जाने के निर्देश के बाद भी चिराग शाह ने भूखंड नहीं दिए। वह कमेटी के समक्ष उपस्थित भी नहीं हो रहा है। सैटेलाइट में कुछ रजिस्ट्री शून्य होने के बाद यह मामला एक बार फिर कमेटी के सामने पहुंच गया है। कमेटी की जानकारी में आया है कि मामले में एक एफआइआर भी दर्ज हुई है।
पीड़ितों को अब भी इंतजार
कालिंदी गोल्ड में हैप्पी धवन और चिराग शाह को मामलों का निराकरण करना है। कालिंदी गोल्ड में चिराग शाह को 23 प्लाट देने के निर्देश दिए गए हैं। हालांकि, उसका कहना है कि वह भूखंड नहीं देगा। उनकी कोई जवाबदारी नहीं बनती है। इधर हैप्पी धवन की डायरियों का निराकरण अब तक नहीं हुआ है।