मुरारी बापू ने सिर पर कफनी बांधकर की महाकाल की पूजा, गर्भगृह की मर्यादा भंग
– पुजारी महासंघ ने ली आपत्ति, मंदिर समिति ने भी ध्यान नहीं रखा
दैनिक अवंतिका उज्जैन।
प्रसिद्ध राम कथा वाचक मुरारी बापू उज्जैन आगमन के दौरान महाकाल मंदिर के गर्भगृह में सिर पर कफनी बांधकर व लुंगी पहनकर ही पूजा करने चले गए। यह गर्भगृह के नियम, परंपरा व मर्यादा के विपरित है।
अखिल भारतीय पुजारी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश पुजारी ने इस पर आपत्ति लेते हुए नियम अनुसार गर्भगृह में संत या भक्त सिर पर टोपी, कपड़ा, पगड़ी आदि नहीं पहनते हैं तथा प्रवेश बंद होने पर लांग वाली धोती पहनकर जाते हैं। मुरारी बापू ने मंदिर की परंपरा और मर्यादा के विपरीत सिर पर कफन नुमा कपड़ा बांधकर और लुंगी पहनकर दर्शन, पूजन किए जिसका मंदिर समिति व पूजा कराने वाले पुजारी-पुरोहितों ने भी ध्यान नहीं रखा।