उमंग सिंघार ने आदिवासी सीएम की बात क्यों कहीं ये वो ही जानें- कमलनाथ
झाबुआ। पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ सोमवार को आदिवासी स्वाभिमान यात्रा के समापन कार्यक्रम में शामिल होने झाबुआ पहुंचे। उन्होंने कहा कि छिंदवाड़ा में श्री बागेश्वर धाम के पंडित धीरेन्द्र शास्त्री महाराज की कथा का आयोजन चल रहा है। उन्हें आज होने वाले समापन होने वाले कार्यक्रम शामिल होने छिदवाड़ा पहुंचना है। कांग्रेस विधायक उमंग सिंघार के बयान आदिवासी मुख्यमंत्री की बात पर उन्होंने कहा कि सबके अपने-अपने विचार हैं, वे ही जानें। मुख्यमंत्री का चुनाव एक प्रक्रिया से होता है।
धीरेन्द्र शास्त्री द्वारा चलाए जा रहे हिंदू राष्ट्र अभियान पर उनका कहना था कि देश में 82 प्रतिशत हिंदू रहते हैं। इतना कहकर वे बात को टाल गए। उन्होंने कहा कि इतना बड़ा आयोजन अब तक नहीं देखा। करीब 8 लाख भक्त छिंदवाड़ा आ कर पुण्य लाभ ले रहे हैं। कथा के लिए उन्होंने पंडित धीरेन्द्र शास्त्री महाराज को नहीं बुलाया। श्रद्धालुओं द्वारा कथा का आयोजन किया गया है।
उमंग सिंघार ने उठाई थी आदिवासी मुख्यमंत्री की मांग, गृहमंत्री बोले – मैं उनका कायल
भोपाल में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर परोक्ष हमला किया है। उन्होंने कांग्रेस नेता उमंग सिंघार की आदिवासी मुख्यमंत्री की पुरानी मांग को लेकर जमकर तरीफ की। आदिवासी मुख्यमंत्री बनाए जाने के उमंग सिंघार की मांग पर उन्होंने कहा अपन तो उमंग सिंघार के कायल है। वह जिस तरह से ताल ठोक कर अपनी बात करता है वह गजब है। कांग्रेस ने सदैव जनजाति वर्ग की उपेक्षा की है, कांग्रेस की 15 महीने की सरकार में उमंग सिंगार ने दिग्विजय सिंह पर जो आरोप लगाए थे, दिग्विजय सिंह ने आज तक उन आरोपों का जवाब नहीं दिया है।आदिवासियों का अपमान करने का काम कांग्रेस करती है।
कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक उमंग सिंघार जी के आदिवासी मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग पर कमलनाथ जी को जवाब देना चाहिए।
कमलनाथ सरकार में मंत्री रहते हुए उमंग सिंघार जी ने ही चचाजान दिग्विजय सिंह जी को सबसे बड़ा भ्रष्ट और सबसे बड़ा माफिया बताया था।