ट्रेन से उतरकर दोस्त सीधे नहाने चले गए थे
उज्जैन। सुरक्षा के तमाम दावों के बावजूद शिप्रा नदी मे हादसे नहीं रूक रहे हैं। शनिवार सुबह 4 बजे फिर एक युवक नदी की गोद में समा गया और एक घंटे बाद उसका शव पानी से बाहर निकाला। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल में रख परिजनों को सूचना दी।
भोपाल के हबीबगंज का रहने वाला 20 वर्षीय संदीप दोस्त के साथ मध्यरात्रि 2.45 बजे उज्जैन पहुंचे। वे रेलवे स्टेशन पर उतरकर सीधे शिप्रा नदी पर स्नान के लिए आ गए। दोनों दोस्त एक साथ नदी में नहाने के लिए उतरे लेकिन संदीप का पैर फिसल गया और वह गहरे पानी में चला गया।
उसके साथ आए दोस्त को भी तैरना नहीं आता था। संदीप का पैर अचानक फिसला और वो गहरे पानी में चला गया। दोस्त ने मदद के लिए आवाज लगाई लेकिन पुलिस चौकी में कोई जवान नहीं था। कुछ देर बाद होमगार्ड जवान आए और संदीप को ढूंढना शुरू किया। जवानों को उसे ढूंढने में करीब 1 घंटे का समय लगा।
दो को बचाया, दो की मौत
8 अगस्त को भी भोपाल का रहने वाला युवक रोहन की नदी में डूबने से मौत हो गई थी। वे चार दोस्त रात की ट्रेन से ही उज्जैन आए थे और ट्रेन से उतरकर सीधे नदी चले गए थे। नदी पर चारों नहाने के लिए गए इसी दौरान रोहन डूबने लगा, नीरज उसे बचाने गया तो वो भी डूबने लगा। तभी होमगार्ड के जवानों ने नीरज को बचा लिया जबकि रोहन की डूबने से मौत हो गई थी। शुक्रवार सुबह भी भोपाल के एक युवक को बचाया गया था।