झूठी एफआईआर से कांग्रेस डरने वाली नहीं 50 प्रतिशत कमीशन वाली सरकार के भ्रष्टाचार की पोल खोलती रहेगी
खरगोन । प्रदेश की 50 प्रतिशत कमीशन वाली सरकार के खिलाफ और कांग्रेस नेताओं के समर्थन में जिला कांग्रेस कार्यालय खरगोन में विधायक रवि जोशीजी, जिला कांग्रेस अध्यक्ष रवि नाईक, जिला युवक कांग्रेस अध्यक्ष प्रशांत भालसे, शहर अध्यक्ष पुर्णा ठाकुर और जिला कांग्रेस प्रवक्ता राजेश मंडलोई ने पत्रकार वार्ता ली जिसमे उन्होंने आरोप लगाया की भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी मध्यप्रदेश की सरकार को जब कांग्रेस के नेताओं ने बेनकाब किया तो बौखलाहट में शिवराज सरकार ने जानबुझ कर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री कमलनाथ, कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी श्री जयराम रमेश, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्री अरुण यादव सहित कई नेताओं पर प्रदेश में मुकदमा दर्ज किया है। घोटालों पर घोटाले करने वाली शिवराज सरकार की इस कार्यवाही का जिला कांग्रेस कमेटी खरगोन पुरजोर विरोध करती है, साथ ही संकल्प लेते है की आने वाले चुनाव में भाजपा सरकार को प्रदेश से उखाड़ फेकेंगे ।
मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार के 50 प्रतिशत कमीशन से परेशान होकर इसे उजागर करने वाले पेटी कांट्रेक्टर भाई का बहुत-बहुत धन्यवाद जिसने शिवराज सरकार की पोल खोल कर रख दी । साथ ही इसे प्रकाशित करने वाले समाचार पत्रों और रिपोर्टिंग करने वाले पत्रकार साथियों का भी आभार जिन्होंने सच्चाई जनता के सामने प्रकाशित की।
इसी से परेशान होकर मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार ने कांग्रेस नेताओं को निशाना बनाना शुरू किया। आखिरकार आधिकारिक रूप से शिवराज सिंह चौहान सरकार का 50 प्रतिशत कमीशन का राज सामने आ ही गया। जिसका उदाहरण पिछले साल 13 अगस्त को कारम बांध टूट गया था, 300 करोड रुपए की लागत से बना यह बांध पहली बरसात भी नहीं झेल पाया था, इससे स्पष्ट होता है की मध्यप्रदेश में 50 प्रतिशत कमिशन वाली सरकार है।
मध्य प्रदेश में बच्चों और गर्भवती महिलाओं के पोषण आहार में घोटाला, महाकाल लोक घोटाला, डंपर घोटाला, पौधा रोपण घोटाला, अवैध उत्खनन घोटाला, स्कूल में घोटाला, शिक्षा में घोटाला, अस्पताल में घोटाला, रेमडेसीविर इंजेक्शन में घोटाला, कोरोनाकाल में हुईं मृत्यु छुपाने में घोटाला, पुलिस भर्ती घोटाला, पटवारी भर्ती घोटाला, नर्सिंग कॉलेज घोटाला, पेसा कॉर्डिनेटर भर्ती घोटाला, ट्रांसफर घोटाला। मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार जनता की नहीं घोटालों की सरकार है।
घोटालों में डूबी होने के बावजूद शिवराज सरकार भ्रष्टाचार से दूर रहने और भ्रष्टाचारियों को सजा देने के बजाय भ्रष्टाचार उजागर करने वाले नेताओं के ऊपर मुकदमे कर रही है। मध्यप्रदेश का एक-एक नागरिक जानता है कि उसे छोटा से छोटा काम करने के लिए भी रिश्वत देनी पड़ रही है। मध्यप्रदेश की सरकार घोटालों और भ्रष्टाचारियों की जाँच करने और उन्हें सजा देने के बजाये खुले आम उनका संरक्षण कर रही है। क्योंकि इस 50 प्रतिशत कमीशन के भ्रष्टाचार और घोटालेंबाजी में सरकार स्वयं लिप्त है इसीलिए विपक्ष के नेताओं को मुकदमों के माध्यम से दबाने का प्रयास किया जा रहा है। कांग्रेस नेताओ ने प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा की पार्टी ऐसे मुकदमों से डरने वाली नहीं बल्कि और भी ताकत से शिवराज सरकार के भ्रष्टाचार को न सिर्फ उजागर करेगी वरन जनता को साथ लेकर सत्ता से बाहर करेंगी। लोकतंत्र में भ्रष्ट सरकारों को बेनाकाब करना विपक्ष का दायित्व है यदि ये भ्रष्ट सरकार इसे अपराध समझती है तो कांग्रेस जनहित में यह अपराध बार बार करती रहेगी।