बोरे में बंद मिली लाश, डीएनए रिपोर्ट से होगी शिनाख्त
उज्जैन। ग्राम खेड़ा खजूरिया से मंगलवार को बोरे में बंद एक शव मिला है, जो पूरी तरह से सड़ चुका था। जिसकी पहचान कर पाना मुश्किल है, बावजूद गांव का एक परिवार लाश सात दिनों से लापता युवक की होने का दावा कर रहा है। पुलिस ने डीएनए रिपोर्ट और फारेंसिक जांच के बाद शिनाख्त होने की बात कही है।
राघवी थाना क्षेत्र के ग्राम मऊडी में अंतरसिंह आंजना के खेत से मंगलवार दोपहर कुएं की पाल के पास बोरे में बंद लाश मिलने की सूचना पर पुलिस पहुंची थी। शव पूरी तरह से सड़ चुका था और दुर्गंध फैल रही थी। मृतक की पहचान कर पाना मुश्किल हो रहा था। पुलिस ने जिले के थानों से गुमशुदा व्यक्ति की जानकारी मांगी और जांच शुरू की। मामला प्रथमदृष्टता हत्या का सामने आ रहा है। लेकिन शव 8 से 10 दिन पुराना होने पर बुधवार को जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम नहीं हो पाया, जिसके चलते इंदौर भेजा गया है। इस बीच ग्राम खेड़ा खजूरिया में रहने वाले एक परिवार ने शव नरेन्द्र पिता मुरलीसिंह तवंर का होने की बात कहीं है। जो 7 अगस्त की शाम से लापता है। महिपाल नाम युवक ने बताया कि लाश उसके छोटे भाई नरेन्द्र की है, जिसकी हत्या ग्राम ढाबली के रहने वाले सुनील और ग्राम खेड़ा खजूरिया के बलराम ने की है। सुनील से डेढ़ लाख रुपए का लेनदेन था। नरेन्द्र पैसे लेने के लिये दोनों के पास गया था। उससे मोबाइल पर आखिरी बार बात हुई थी, उसने दोनों के साथ पार्टी करने की बात कहीं थी, जिसके कुछ घंटे बाद उसका मोबाइल बंद हो गया था। मामले को लेकर ग्रामीण एएसपी नितेश भार्गव का कहना है कि मृतक की पहचान कर पाना मुश्किल है। जिसके चलते डीएनए सेम्पल से शिनाख्त की जाएगी। शव को पोस्टमार्टम के लिये इंदौर भेजा गया है। मामले की जांच जारी है। पोस्टमार्टम और फारेंसिक जांच के बाद ही मृतक की स्पष्ट जानकारी सामने आ पाएगी।