उज्जैन में एमडी सप्लाय करने वाला एक आरोपी पुलिस की गिरफ्त में
रतलाम । एमडी नशे के खिलाफ पुलिस द्वारा प्रारंभ किए गए अभियान में नित नए खुलासे सामने आ रहे है। एमडी के कारोबार में लिप्त अब तक गिरफ्तार किए जा चुके आरोपियों से होने वाली पूछताछ और तथ्यों के विश्लेषण से नया खुलासा हुआ है कि गिरफ्तार आरोपीगण द्वारा उज्जैन जिले में भी एमडी का नशा फैलाया जा रहा था। पुलिस ने इस मामले में एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है,जो कि उज्जैन में ड्रग सप्लाय करता था।
अधिकारिक जानकारी के अनुसार, जिले की बिलपांक पुलिस ने विगत 13 अगस्त को सातरुण्डा चौराहे से सूरज(गुजरात) निवासी जावेद पिता हैदर खान 34 को एमडी ड्रग केसाथ गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार आरोपी जावेद पूर्व में गिरफ्तार जावरा निवासी जफर को एमडी ड्रग सप्लाय करता था। जब पुलिस ने सूरत निवासी जावेद के आनलाइन ट्रांजेक्श का गहन विश्लेषण किया तो पता चला कि उसके द्वारा शाहरुख पिता इशाक खान नामक व्यक्ति को भी एमडी ड्रग बेचा जाता था। यह तथ्य सामने आने के बाद पुलिस ने रुनीजा फन्टे से शाहरुख पिता इशाक खान को गिरफ्तार किया।
शाहरुख से की गई कडी पूछताछ में पता चला कि शाहरुख जावेद और जफर से एमडी ड्रग खरीदता था और उज्जैन में नशा करने वालो को बेचता था। इलेक्ट्रानिक साक्ष्यों के तकनीकी विश्लेषण से पता चला कि आरोपी जावेद ने वर्ष 2023 में जावेद और जफर से 14 बार आनलाइन ट्रांजेक्शन कर करीब दो लाख रु. का एमडी खरीदा है।
आरोपी शाहरुख रतलाम उज्जैन बार्डर पर स्थित ग्राम रुनीजा का निवासी है। जफर से जावेद से खरीदे गए एमडी ड्रग को वह उज्जैन में बेचता था। आरोपी शाहरुख छतरपुर पुलिस थाने में दर्ज एक अपराध में 90 किलो गांजे के साथ गिरफ्तार किया गया था और वर्ष 2015 से 2022 तक जेल में बन्द था। जेल से निकलने के बाद वह फिर से नशे के कारोबार में सक्रिय हो गया। वर्ष 2023 में भी शाहरुख इन्दौर के भंवरकुआ थाने के एक अपराध में डेढ माह जेल में बन्द रहा था। जेल से निकलने के बाद वह फिर से उज्जैन और रतलाम में नशे के कारोबार में सक्रिय हा गया था। वह इन क्षेत्रों में एमडी ड्रग के अलावा अफीम गांजा स्मैक इत्यादि भी बेचता था।
उक्त सराहनीय कार्य थाना प्रभारी बिलपांक ओ.पी.सिंह चोंगडे, उनि अमित शर्मा प्रभारी सायबर सेल, उनि विजयसिंह बामनिया, प्रआर राहुल जाट थाना नामली, प्रआर हिमाशु यादव थाना बरखेड़ा प्र.आर. राजेन्द्र राव जगताप, प्र.आर. मनमोहन शर्मा सायबर सेल, आरक्षक विपुल भावसार सायबर सेल, आर. हेमन्त यादव, आरक्षक दुगार्लाल गुजराती, आर. विनोद सोलंकी, आर. अर्जुन गणावा, आर. बुआर सिंह, आर. जसवन्त राठौर, का सराहनीय योगदान रहा।