5 महीने पहले 700 रुपए देकर जिस लाज में ठहरा था उसमें कमरे का किराया हुआ 4000…
बजट बिगड़ा तो श्रद्धालु ने परिवार सहित फुटपाथ पर बिताई रात…
उज्जैन।जबलपुर से आए एक परिवार की बेबसी ने उसे फुटपाथ पर रहने के लिए मजबूर कर दिया। एक व्यक्ति अपने परिवार को लेकर महाकाल दर्शन के लिए उज्जैन आया था जब वह रात रुकने के लिए लाज व धर्मशाला पहूंचा तो कमरे का किराया सुनकर हैरत में पड़ गया। 5 महीने पहले भी वह उज्जैन आया था यहां उसने 700 में 1 दिन के लिए रूम लिया था लेकिन जब वापस दोबारा मंगलवार बुधवार उज्जैन आया और उसी लॉज में कमरा बुक कराने पहुंचा तो उससे कमरे के 4000 मांगे गए। महाकाल क्षेत्र में कई जगह उसने लाज व धर्मशाला में कमरे की तलाश की लेकिन उसके बजट में उसे कमरा नहीं मिला… बाद में उसे फुटपाथ पर ही रात बिताना पड़ी। उसे खुशी इस बात की थी की बाबा के दर्शन हो गए थे।लेकिन गम यह था कि बाबा की नगरी में यह कैसा अनर्थ हो रहा है।लॉज होटल व धर्मशाला वाले किस तरह अपनी मनमानी कर बाहर के लोगों को खुलेआम लूट रहे हैं। उज्जैन में महाकाल लोक बनने के बाद हर कोई उज्जैन की ओर रुख कर रहा है बाहर के श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इस कारण महाकाल क्षेत्र के आसपास की होटल लाजों में बाहर से आने वाले यात्रियों से मनमाफिक कमरे का किराया वसूला जा रहा है। महाकाल दर्शन की इच्छा जताकर जबलपुर से आए एक मध्यम परिवार ने अपनी आपबीती दैनिक अवंतिका के संवाददाता को सुनाई तो पूरी तस्वीर सामने आई। प्रशासन को होटल लाजों की मनमानी पर लगाम कसना चाहिए। जबलपुर से आए श्रद्धालु ने एक दिन फुटपाथ पर गुजारा और दूसरे दिन भी कैमरा नहीं मिला तो धर्मशाला के अंदर परिसर में रात गुजारी।