राऊ से 71 वर्षीय मधु वर्मा भाजपा के उम्मीदवार, एक लाख वोट से जीतने का दावा
इंदौर। मप्र विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने प्रत्याशियों की पहली लिस्ट गुरुवार दोपहर जारी कर दी। इनमें इंदौर की राऊ सीट समेत मालवा-निमाड़ की 11 सीटें शामिल है। इंदौर जिले के राऊ से मधु वर्मा को फिर टिकट दिया गया है। वे 71 साल के हैं। पिछला चुनाव भाजपा यहां से 5700 वोटों से हार गई थी। यहां से कांग्रेस के जीतू पटवारी फिलहाल विधायक हैं।
जानकार इसे मालवा-निमाड़ में भाजपा की घेराबंदी की रणनीति से जोड़कर देख रहे हैं। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रहे पटवारी को भाजपा उनके गढ़ में ही घेरे रखना चाहती है। वे कमलनाथ सरकार में मंत्री भी रहे हैं। टिकट मिलने के बाद वर्मा ने एक लाख वोटों से जीतने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता इस बार कांग्रेस को एक लाख वोट से हराएंगे।
टिकट मिलने पर मधु वर्मा बोले- पार्टी को धन्यवाद देता हूं कि मुझ पर पार्टी ने दोबारा विश्वास जताया है। पिछले चुनाव में 5 हजार वोट से हारा था। उस समय मुझे चुनाव लड़ने के लिए सिर्फ 13 दिन का समय मिला था। हारने के बाद मैंने और कार्यकर्ताओं ने विधानसभा में बहुत काम किया है। कोरोना के समय भी 3 महीने पूरी विधानसभा में घुमा। भाजपा कार्यकर्ताओं ने विधानसभा में खूब काम किया है। मैं प्रतिद्वंदी को चुनौती नहीं मानता हूं। हम 1 लाख वोट से जीतू पटवारी को हराएंगे।
पिछला चुनाव हार गए थे वर्मा
मधु वर्मा इंदौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रहते हुए अच्छी कार्य शैली वाले नेता माने गए थे। 2018 के राऊ सीट के चुनाव में उन्होंने जीतू पटवारी जैसे नेता को मात्र 5700 वोटों के अंतर पर लाकर खड़ा कर दिया था। जीतू इससे पहले 2013 का चुनाव 15 हजार 925 वोटों से जीते थे।
राऊ से मधु वर्मा का नाम घोषित होने के बाद उनके घर पहुंचे समर्थक।
मधु वर्मा को टिकट मिलने की यह भी वजह
– राऊ विधानसभा में लगातार सक्रिय।
– मतदाता सूची में पन्ना लेवल तक कार्यकर्ताओं की खुद की फौज है।
– भाजपा के वरिष्ठ नेता और संघ दोनों की पसंद। मंत्री दर्जा प्राप्त रहे हैं वर्मा।
मधु वर्मा पूर्व इंदौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रह चुके हैं। मध्य प्रदेश के पिछड़ा आयोग वर्ग के कैबिनेट मंत्री का दर्जा भी मिल चुका है। फिलहाल, वह भाजपा के देवास जिले के प्रभारी के रूप में काम कर रहे हैं।