बदनावर : पढ़ाई की कोई उम्र नहीं होती, दादा-दादी की उम्र में परीक्षा देने पहुंचे जैन विरासत पाठ्यक्रम के 40 विद्यार्थील्ल परीक्षा हाल में पहुंचकर पुराने दिनों को याद किया
बदनावर । डॉ. बी आर अम्बेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय, अम्बेडकर नगर महू द्वारा स्थापित जैन धर्म अध्ययन पीठ के अन्तर्गत जैन विरासत प्रमाण पत्र पाठ्यक्रम की प्रथम बैच की परीक्षा देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर परीक्षा केंद्र पर संपन्न हुई। जिसमें प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से लगभग 40 से अधिक विद्यार्थियों ने परीक्षा दी।
उक्त जानकारी देते हुए नगर से सम्मिलित हुए जैन विरासत के विद्यार्थी ओम पाटोदी ने बताया कि इस परीक्षा कि यह विशेषता रही कि इसमें परीक्षा देने वाले कोई 15 से 20 वर्ष के विद्यार्थी नहीं थे। इसमें हिस्सा लेने वाले अधिकांश विद्यार्थी 40 से 80 वर्ष के थे। जब दादा-दादी से पूछा की क्या आपको परीक्षा देने में कोई झिझक महसूस हुई ? तो वे बोले कि इसमें झिझक किस बात की पढ़ाई करने की कोई उम्र नहीं होती हमें तो इस परीक्षा से बहुत कुछ नई बातें सीखने को मिली। सभी लोगों ने परीक्षा बड़े उत्साह के साथ पुराने दिनों को याद करते हुए दी। परीक्षा देने के बाद सभी ने इन पलों की स्मृतियों को सुरक्षित रखने हेतु फोटो भी खिंचवाए और जैन धर्म अध्ययन पीठ एवं श्रमण संस्कृति विद्या वर्धन ट्रस्ट के आयोजकों का आभार जताया।