स्लग-बागरी गैंग के सात सदस्य हिरासत में रैकी करने के बाद चुराते थे खेतों में लगी पानी मोटर
स्लग-बागरी गैंग के सात सदस्य हिरासत में
रैकी करने के बाद चुराते थे खेतों में लगी पानी मोटर
-2 बाइक सहित 2 लाख का माल बरामद, 4 की तलाश
उज्जैन। ग्रामीण क्षेत्रों में खेतों से पानी की मोटर चोरी करने वाली बागरी गैंग रविवार को पुलिस की हिरासत में आ गई। गैंग के सात सदस्यों से 2 लाख का माल बरामद किया गया है। गैंग के चार सदस्य फरार है, जिनकी तलाश की जा रही है।
खाचरौद थाना प्रभारी नरेन्द्रसिंह परिहार ने बताया कि 24 अगस्त की रात ग्राम छोटा चिरोला में महेश पाटीदार के खेत से अज्ञात बदमाशों ने कुएं में लगी पानी की मोटर और 50 फीट केबल चोरी कर ली थी। उससे पहले 7 अगस्त को बदमाश जगदीश पाटीदार के खेत से भी पानी की मोटर और 400 फीट केबल चुराकर ले गये थे। ग्रामीण क्षेत्र के खेतों में लगातार हो रही वारदातों के चलते एएसपी नितेश भार्गव, एसडीओपी पुष्पा प्रजापति के निर्देशन में एक टीम बदमाशों की धरपकड़ के लिये बनाई गई। इस दौरान कुछ संदिग्धों के वारदात में शामिल होने की सूचना मिलने पर हिरासत में लिया गया और पूछताछ शुरू की गई। वारदात में बागरी गैंग का हाथ होना सामने आया। जिसके चलते ग्राम खामरिया के रहने वाले जितेन्द्र बागरी 19 वर्ष, भारत बागरी 28 वर्ष, फूलसिंह बागरी 19 वर्ष, राकेश बागरी 20 वर्ष को गिरफ्तार किया गया। जिन्होने पूछताछ में बताया कि उन्होने 24 अगस्त को मोटर चुराने की वारदात को अंजाम दिया है। अन्य वारदातों के बारे में पूछताछ करने पर उन्होने कबूल किया कि 7 अगस्त को पानी की मोटर के साथ 400 फीट केबल चोरी करने की वारदात गैंग के साथी मनोहर बागरी 22 वर्ष, निर्भयसिंह बागरी 22 वर्ष और गोपाल बागरी 22 वर्ष ने की थी। टीम ने तीनों को हिरासत में लेकर गैंग के सातों सदस्यों की निशानदेही पर 2 पानी की मोटर, 50 फीट केबल और वारदात में प्रयुक्त 2 बाइक बरामद की गई है। जिसकी कीमत 2 लाख रूपये होना सामने आई है। थाना प्रभारी परिहार ने के अनुसार बागरी गैंग के चार सदस्य फरार है। जिनकी तलाश की जा रही है। हिरासत में आये सात बदमाशों को सोमवार दोपहर न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा। गैंग को गिरफ्तार करने में एसआई नानकराम पटेल, एएसआई अरविन्द गणावा, प्रधान आरक्षक गोपाल चावला, गजेन्द्र यादव, समरथ बलसोरा, आरक्षक कृष्णा बैरागी, मुकेश गोयल, विशाल वडा, दिलीप राणा, प्रफुल्ल राठौर और महिला आरक्षक वर्षासिंह की भूमिका रही है।
देर रात बाइक से निकलती थी गैंग
बागरी गैंग ने पूछताछ में कबूल किया कि वारदात करने के लिये गैंग के सदस्य अलग-अलग क्षेत्र में देर रात बाइक पर सवार होकर निकलते थे। पहले खेतों की रैकी की जाती थी। जहां खेत में कोई दिखाई नहीं देता था, वहां पहुंच जाते थे। उसके बाद पहले केबल काटते थे। फिर होल में लगी पानी की मोटर निकाल लेते थे। जिसे बाइक पर रख निकल जाते थे। पुलिस को अशंका है कि गैंग के फरार सदस्यों के गिरफ्त में आने पर अन्य थाना क्षेत्रों की वारदातों का भी खुलासा हो सकता है। वहीं हिरासत में गैंग के सदस्यों का अपराधिक रिकार्ड भी खंगाला जा रहा है।