रुनिजा हनुमान मंदिर पर अखंड रामायण के साथ किसानों ने इन्द्रदेव का पूजन किया
पर्याप्त बारिश के अभाव में खड़ी फसल मुरझाने लगी, कई क्षेत्रोंं में कुएं खाली पड़े
रुनिजा । मानसून की बारिश का समय 2 माह से भी अधिक गुजर चुका है। सावन भी पूरा बीत चुका परन्तु आज भी कई हिस्सों में पर्याप्त वर्षा नहीं हुई है। इस खंड वर्षा के चलते कई हिस्सों में कुएं, बावड़ी, तालाब खाली पड़े हैं। जल स्तर भी कुछ ज्यादा नहीं बढ़ा। सोयाबीन आदि फसल पानी की कमी के चलते मुरझाने लगी है। खेतों में दरारें नजर आ रही है। इससे अन्नदाताओं के चेहरे पर चिंता की लकीरें बढ़ने लगी है तथा पूजा, पाठ आदि कर भगवान से पानी की गुहार लगाई जा रही। घरों से निकल कर जंगलों में जाकर उज्जियनी आदि मनाई जा रही है।
इसी प्रकार का आयोजन ग्राम कंजड़ में हुआ जिसमें सभी ग्राम वासी, किसान भाई इंद्रदेव को मनाने में जुटे बारिश के लिए खेत पर पूजा पाठ की गई।
इंद्रदेव को मानने के लिए अलग-अलग टोटके कर रहे हैं। कंजड़ में ग्रामीण बारिश की कामना को लेकर इंद्र देवता के साथ-साथ सूर्य देव और अन्य भगवानों से प्रार्थना कर रहे हैं कि जल्द से जल्द बारिश हो।
इंद्रदेव को मनाने के लिए हनुमान मंदिर पर अखंड रामायण का पाठ किया गया। किसानों का कहना है कि उनको उम्मीद थी कि अगस्त के आखिरी हफ्ते में बारिश होगी लेकिन कोई आसार नहीं दिख रहे। सितम्बर लगने वाला है वक्त ज्यादा हो चुका है अभी बादल तो रोज आ रहे लेकिन बारिश नहीं कर रहे हैं। सोयाबीन के खेत में दरार पड़ रही है।
गाँव के वरिष्ठ किसान सौभाग्य सिंह राजपूत ने बताया कि पर्याप्त बारिश नहीं होने के कारण सभी गांव वालों ने अपने खेत पर जाकर भोजन बनाया और इंद्रदेव का पूजन पाठ कर उज्जैनी मनाई, किसान काफी परेशान हैं। बारिश नहीं होने से उनको काफी नुकसान हो रहा। बादल तो आसमान पर दिखाई देते हैं लेकिन बिना बरसे चले जाते हैं। चेन सिंह राजपूत का कहना हैं कि उज्जैनी मनाने के बाद एक दो दिन बाद बारिश होने की संभावना होती हैं ऐसे में अब भगवान को खुश करने के लिए वह इस तरह की पूजा पाठ करने को मजबूर है और उम्मीद जल्दी ही अच्छी बारिश होगी।