शुजालपुर : खेड़ी मंडलखा में 4 मकान किए जमींदोज गौवंश वध से जुड़े आरोपियों के घरों पर चला बुलडोजर
शुजालपुर । गौवंश की हत्या से जुड़े तीन आरोपियों सहित एक अन्य ग्रामीण के मकान को प्रशासन ने तोड़ दिया। 18 अगस्त को इस मामले में प्रकरण दर्ज किया गया था। आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ ही पांच आरोपियों पर रासुका की कार्रवाई भी प्रशासन पूर्व में कर चुका है।
गत दिनों सुबह जिला मुख्यालय शाजापुर सहित अनुविभाग शुजालपुर के सभी थानों से बड़ी संख्या में पुलिस बल खेड़ी मंडलखा गांव पहुंचा, प्रशासन ने गांव की सीमा को सील करते हुए बाहरी लोगों का प्रवेश पूरी तरह बंद कर दिया। गौवंश वध से जुड़े आरोपी राजा, मुस्ताक, बबलू का मकान तोड़ा। साथ ही गांव के गोहा में एक अन्य अतिक्रमण मिलने पर हमीद पिता भूरे खां के मकान को भी जेसीबी के माध्यम से तोड़ा गया। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सत्येन्द्रसिंह ने कहा कि ग्राम आबादी की जमीन पर कब्जा कर इन लोगों ने मकान बनाया था। घटनास्थल पर अनुविगागीय अधिकारी राजस्व सत्येंद्र सिंह व एसडीओपी शुजालपुर सहित विभिन्न स्थानों के थाना प्रभारी मौजूद रहे।
यह है पूरा मामला
पुलिस सिटी ने मुखबिर की सूचना पर 18 अगस्त को थाना क्षेत्र के खेड़ीमंडल खां स्थिति एक घर से गौवंश का मांस बरामद किया था। बताया जाता है कि गांव के सरपंच सहित सात लोगों ने गोवंश का वध किया था, जिसको खाने के लिए काटा गया था। पुलिस ने मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी करने के साथ ही 5 लोगों पर रासुका की कार्यवाही की थी। गौवंश से जुडे इस मामले को लेकर विगत एक पखवाडे से हिन्दू संगठन के लोगों द्वारा चक्का जाम और आंदोलन करते हुए सख्त कार्यवाही की मांग की जा रही थी। इस विषय को लेकर राजनेतिक उथल पुथल के अलावा अफवाह भी जोरों पर चल रही थी।
राज्यमंत्री का वीडियों भी सामने आया
गौवंश वध से जुडे इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह की टिप्पणी भी हो रही थी, सोमवार को स्कूल शिक्षा एवं सामान्य प्रशासन राज्यमंत्री इंदरसिंह परमार का एक वीडियों भी आया, जिसमें राज्यमंत्री ने कहा कि ग्राम खेडी मंडलखां में गौ हत्या की घटना, जिसमें विधर्मी लोग शामिल थे, उन पर पुलिस व प्रशासन ने सख्त कार्यवाही करने का काम किया। एक व्यक्ति जो कि आरोपी था उसकी अग्रीम जमानत कोर्ट ने दी है, उस प्रक्रिया में प्रशासन का काम नहीं है, पहली बार इस तरह की घटना में पांच लोगों के विरूद्ध एक साथ रासुका की कार्यवाही की जा रही है और एक जनप्रतिनिधि के खिलाफ भी रासुका की कार्यवाही प्रस्तावित की जा रही है। साथ ही ऐसे कृत्य में शामिल लोगों के खिलाफ उनके मकानों को तोडने की कार्यवाही प्रचलन में है। कुछ लोगों ने जानबुझ कर मेरा नाम जोडकर भ्रम फैलाने की कोशिश की है, मैं कभी गौ हत्यारों के साथ नहीं हो सकता हूॅ, मेरे मन में गौ हत्यारों को बचाने का विचार भी आ जाए तो मुझे जीने का अधिकार नहीं है, पुरी जिन्दगी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के नाते हिन्दूत्व के लिए काम करने का संकल्प लिया है, राजनीति से प्रेरित कुछ लोग इस तरह की अफवाह फेला रहे है। जो भ्रम फैला रहे है वे कभी गौ भक्त नहीं हुए, कभी हिन्दूत्व का काम नहीं किया है।