खुद या बेटे को टिकट की शर्त पर भाजपा से कांग्रेस में गए शेखावत

 

इंदौर। इंदौर-बदनावर के पूर्व विधायक और अपेक्स बैंक के अध्यक्ष रह चुके भंवरसिंह शेखावत ने भाजपा छोड़ दी और भोपाल में कांग्रेस में शामिल हो गए। शेखावत का कहना है कि भाजपा में कार्यकर्ता घुटन महसूस कर रहा है। अज्ञात भय पार्टी को अंदर से खाए जा रहा है। वहां बोलने तक की आजादी नहीं है।
बताया जा रहा है कि शेखावत कांग्रेस में एक ही शर्त पर आए हैं कि उन्हें या उनके बेटे को आगामी चुनाव में पार्टी का उम्मीदवार बनाएं। नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह भी बदनावर में राजपूत वर्सेस राजपूत उतारने की तैयारी में हैं।
शनिवार दोपहर में भंवरसिंह शेखावत इंदौर से भोपाल पहुंचे। इधर, कांग्रेस के पूर्व मंत्री महेश जोशी बंगले से बेटे पिंटू जोशी के साथ कांग्रेस कार्यालय पहुंचे थे। शेखावत के भाजपा छोड़ने पर कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश सखलेचा ने कहा, ‘इतना बड़ा समंदर है, दो चार लोटा पानी निकल जाए तो फर्क नहीं पड़ता।’

नेता प्रतिपक्ष के जरिए हुई कांग्रेस में शेखावत की एंट्री

कांग्रेस से मिली जानकारी के अनुसार भंवरसिंह शेखावत की कांग्रेस में एंट्री डॉ. गोविंद सिंह और बालमुकुंदसिंह गौतम ने कराई है। शेखावत को कांग्रेस में कैसे और कब एंट्री कराना है, इसकी कहानी बहुत पहले लिखी जा चुकी थी। बताते हैं कि शेखावत को सिंधिया समर्थक रहे समंदरसिंह पटेल के साथ ही कांग्रेस ज्वाइन कराई जा रही थी। लेकिन बदनावर के स्थानीय कांग्रेस नेता इस पक्ष में नहीं थे। विरोध के कुछ पोस्टर्स भी वायरल हो गए थे। इसके बाद कांग्रेस आलाकमान ने स्थानीय नेताओं को समझाने के बाद ही शेखावत को कांग्रेस ज्वाइन कराने का प्रोग्राम बनाया।

इन दो बातों से शेखावत को पार्टी छोड़ने की हिम्मत मिली

पहली वजह पूर्व मंत्री दीपक जोशी रहे। जोशी के इस्तीफे ने शेखावत को हिम्मत दी। उनके फैसले ने शेखावत को भी सोचने पर मजबूर कर दिया। इसके बाद वे अपनी भावनाएं खुलकर जताने लगे। दूसरी वजह कांग्रेस के राजपूत नेता डॉ. गोविंदसिंह (नेता प्रतिपक्ष) और धार के पूर्व विधायक बालमुकुंदसिंह गौतम रहे। बदनावर सीट पर पाटीदार और राजपूत वोटरों के बीच सीधी लड़ाई है। यहां कभी गौतम परिवार भी कांग्रेस से टिकट मांगता रहा है, लेकिन अब बदनावर सीट पर नए उम्मीदवार शेखावत हो सकते हैं। वहीं इंदौर के कांग्रेस नेता पिंटू जोशी से शेखावत के बेटे संदीप की दोस्ती जगजाहिर है। उन्हें भी टिकट मिल सकता है।
बात कुछ दिनों पहले की है जब पार्टी छोड़ने की अटकलों के बीच विधायक संजय शुक्ला कांग्रेस का मैसेज लेकर शेखावत के पास पहुंचे थे। यह पिछले महीने की तस्वीर है।