15 दिनों से जारी रेलकर्मियों की भूख हड़ताल, सत्तारूढ़ बीजेपी को हो सकता है 15 हजार वोटों का नुकसान
दैनिक अवन्तिका उज्जैन
विदित हो कि उज्जैन लाबी के इंदौर स्थानांतरण के मुद्दे पर रेल कर्मचारियों द्वारा लगातार 15 दिन से भूख हड़ताल जारी है।
अभी तक रेलवे के अधिकारियों द्वारा कोई सुनवाई नहीं की गई है, इस विषय में उज्जैन के सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा के विधायकों द्वारा कोई भी हस्तक्षेप नहीं करने से रेल कर्मचारियो में नाराजगी बढ़ रही है। स्थानीय सांसद के द्वारा महाप्रबंधक से चर्चा के बाद भी समस्या का निराकरण नहीं निकलने से सत्तारूढ़ पार्टी के जन प्रतिनिधियों की रेल प्रशासन द्वारा बात नहीं माने जाने की चर्चा भी रेल कर्मचारियों के बीच हो रही है। उल्लखनीय है कि उज्जैन दक्षिण एवं उत्तर विधानसभा शेत्र में हजारों रेल कर्मचारी परिवार सहित निवास करते हैं तथा सभी की सहानुभूति रनिंग स्टाफ के साथ है जिसका खामियाजा सत्तारूढ़ पार्टी को आगामी विधानसभा चुनाव में उठाना पड़ सकता है।
रेल कर्मचारियों के विस्थापन से सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी को लगभग 15 हजार वोटों का नुकसान होने की संभावना है। महाप्रबंधक के उज्जैन आगमन पर भी रेलवे के संगठन द्वारा कड़ा विरोध जताया गया है। उक्त आदेश यदि निरस्त नहीं होते हैं तो यह भूख हड़ताल लगातार जारी रहेगी। उज्जैन रेलवे स्टेशन पर रेल कर्मचारियों की चल रही लगातार भूख हड़ताल का प्रकाश चित्तौड़ा, पूर्व सभापति नगर निगम, रविन्द्र सोनी, अध्यक्ष सराफा एसोसिएशन, डॉ. विमल गर्ग, अध्यक्ष, पर्यावरण समिति भाजपा, महाकाल पुरोहित पं. योगेश शर्मा व अन्य गणमान्य शहरवासियों ने मंच पर आकर समर्थन दिया। समिति के संयोजक एस एस शर्मा को सोनू गेहलोत पूर्व सभापति, नगरनिगम उज्जैन ने भी इस भूख हड़ताल के समर्थन में मंच पर सोमवार को आने का आश्वासन दिया।
यहां से भेजे गए स्टाफ को पुन: उज्जैन पोस्टिंग किया जाए: फिरोजिया
फिरोजिया ने कहा कि सरकार एवं वे स्वयं उज्जैन के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं और उज्जैन की जनता के लिए नित नए प्रोजेक्ट यहां लाये जा रहे हैं। महाकाल लोक, रोप-वे, हाई-वे, उज्जैन-फतेहाबाद लाइन, मेडिकल कॉलेज, नई इंडस्ट्रीज व सिंहस्थ के कार्य द्रुतगति से चल रहे हैं। उज्जैन का आर्थिक विकास बढ़ रहा है। इस पर 500 रेल परिवारों का शिफ्टिंग उज्जैन की आर्थिक प्रगति पर विपरीत प्रभाव डालेगा। सिंहस्थ व लगातार भीड़ के दबाव में जहां प्रतिदिन नई ट्रेनों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है व उत्तर से दक्षिण को जोड़ने का उज्जैन एक विशेष स्थान रखता है। आगर-झालावाड़ लाइन के लिये भी विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। इन सबके मद्देनजर उज्जैन लॉबी की विशेष महत्व है और इस लॉबी का किसी भी परिस्थिति में शिफ्टिंग नहीं किया जा सकता है और यहां से भेजे गए स्टाफ को पुन: उज्जैन पोस्टिंग किया जाए।
स्थानान्तरण रद्द कर आदेशों को निरस्त करने को कहा-
संयुक्त मोर्चे के संयोजक एसएस शर्मा और अभिलाष नागर ने बताया कि जल्द निराकरण न होने की दशा में उग्र आंदोलन किया जाएगा। उज्जैन रनिंग मुख्यालय बचाओ संघर्ष समिति, उज्जैन के संयोजक एसएस शर्मा व अभिलाष नागर ने बताया कि उज्जैन से इंदौर लोको पायलट के स्थानांतरण के विरोध में लगातार चल रही अनिश्चितकालीन क्रमिक भूख हड़ताल के विषय पर सांसद अनिल फिरोजिया ने स्वत: संज्ञान लेते हुए महाप्रबंधक, पश्चिम रेलवे के अधिकारियों से बात कर स्पष्ट शब्दों में स्थानान्तरण रद्द कर इस सम्बन्ध में निकाले गए आदेशों को निरस्त करने के लिए कहा।