श्री रामायण देश का उच्चतम आदर्श है : महंत हरिगिरि गोस्वामी
उज्जैन । रामायण केंद्र, श्रीम गुरुकुल के तत्वावधान में आयोजित भजन संध्या में उक्त बात महंत हरिगिरि गोस्वामी ने कही। आपने श्री रामायण को भारतीय समाज ही नहीं, अपितु मानव मात्र को दिशा दिखाने वाले एक महान मार्गदर्शक के रूप में बताया। इस अवसर पर नगर के उदीयमान गायक एवं संगीतकार सजल कुमार, तनिष्क कुमार एवं जितेंद्र पाटीदार ने एक से बढ़कर एक उत्कृष्ट भजनों की प्रस्तुति कर सबका मन मोह लिया। वहीं कार्यक्रम की समाप्ति पर श्री हनुमान चालीसा का उच्च स्वरों से उपस्थित जनों ने सस्वर पाठ किया। इस अवसर पर कार्यक्रम के संयोजक संतोष शिवहरे, डॉ. शीतल कुमार, कौस्तुभ, सजल कुमार, तनिष्क जी, जितेंद्र राजपूत एवं गुरुकुल महिला शाखा पारस की ओर से श्रीमती भगवती शास्त्री, श्रीमती कविता शर्मा, श्रीमती पायल शर्मा का सम्मान किया गया एवं गुरुकुल के बाल कार्यकर्ताओं रुद्राक्ष द्वारा स्वस्ति वाचन किया गया व हिमांशु द्वारा छत्रपति वीर शिवाजी के जीवन पर आधारित एक कविता का पाठ किया गया।