मल्हारगढ़ : सोयाबीन की फसल पर रोटावेटर चलाने को मजबूर किसान

मल्हारगढ़ ।  प्रदेश में जब से भाजपा की शिवराज सिंह जी की सरकार काबिज हुई है तब से ज्यादा अगर कोई परेशान व प्रताड़ित है तो वह है अन्नदाता किसान,अल्पवर्षा के चलते सोयाबीन की फसल चौपट होगई किसान भरे मन से अपनी फसल पर रोटावेटर चलाकर अपनी आंखों के सामने बड़ी मेहनत से उगाई गई फसल को नष्ट होते देख रहा है।
उक्त बात मल्हारगढ़ ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अनिल शर्मा ने रविवार को खेतो में जाकर सोयाबीन की फसल पर चलते हुवे रोटावेटर को देख किसानों से चर्चा कर कही उन्होंने कहा कि किसान आज काफी संकट में है महंगा खाद,बीज,कीटनाशक लाकर फसल को तैयार किया अल्पवर्षा से फसलो पर इल्लियों का प्रकोप व फसले सुख गई।शर्मा ने कहा कि कांग्रेसजन लगातार खेतो में जाकर क्षतिग्रस्त फसलो को देख कर किसानों से चर्चा कर रहे है टिलाखेड़ा के किसान देवेंद्र तुलसीराम माली ने बताया कि मैने ढाई बीघा की सोयाबीन बोई थी जिस पर 30 हजार रुपये का खर्चा हुवा था बारिश नही होने के कारण मेने सोयाबीन की फसल पर रोटावेटर चलवाया शिवराज सरकार ने आज तक किसानों को किसी भी प्रकार का कोई मुआवजा नही दिया हमारी मेहनत पर पानी फिर गया है खेती अब घाटे का सौदा साबित होरही है महंगाई के इस दौर में आर्थिक संकट से जूझना पड़ रहा है परिवार कैसे चलाये,इसी तरह किसान काशीराम हरोड, श्यामलाल आशाराम, रोड़ीबाई, परसराम माली आदि ने भी बताया कि नष्ट हुई सोयाबीन की फसल पर हमें भी रोटावेटर ही चलाना पड़ेगा।शर्मा ने कहा कि धरने, ज्ञापन, घेराव कर बगेर सर्वे के मुआवजे की मांग, सभी प्रकार की वसूलियों को स्थगित करने की मांग कर कर रहे है लेकिन पूंजीपतियों की यह सरकार किसान विरोधी है कानो में तेल डाल कर कुम्भकर्णीय नींद सोरहि है।शर्मा ने कहा कि वर्ष 2019 में जब प्रदेश में कमलनाथ जी की सरकार थी उस समय भी अतिवृष्टि से फसले चोपट हुई थी कमलनाथ जी ने बगेर सर्वे के किसानों को पर्याप्त मुआवजा दिया था शिवराज सिंह जी भी किसानों को बगेर सर्वे के मुआवजा दे।
किसानों को प्रयोगशाला नही समझे शिवराज व बिजली कम्पनी
ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अनिल शर्मा व जिला कांग्रेस के सचिव भूपेंद्र महावर ने आरोप लगाया कि भाजपा की शिवराज सरकार व बिजली कम्पनी ने अन्नदाता किसानों को प्रयोगशाला समझ लिया है चाहे जब चाहे जैसा शेड्यूल बना लेते है अब नया फरमान लाये है कि किसानों को सिंचाई के लिए रात्रि 2 बजे से प्रात: 5 बजे तक बिजली दीजायगी यह तुगलकी निर्णय है इसे तत्काल वापिस लिया जाना चाहिये,क्योकि रात्रि में किसानों को रतजगा करना पड़ रहा है साथ ही जहरीले जानवरो का भी भय बना रहता है,घरेलू बिजली की भी शाम के समय 2 से 3 घन्टे कटौती की जारही है जबकि यह समय भोजन बनाने का रहता है यह भी कटौती बन्द की जाय। क्षेत्र में पहले ही बड़ी संख्या में सर्पदंश से किसानों की मृत्यु होचुकी है।
इस मौके पर नगर कांग्रेस अध्यक्ष रामप्रसाद फरक्या,देवेंद्र माली, जगदीश, सत्यनारायण, श्यामलाल आदि मौजूद थे।

 

You may have missed