छह विभागों के रिक्त पदों पर नहीं रुकेंगे शिक्षकों के साक्षात्कार, कोर्ट में रखेगा जवाब विवि
इंदौर । शिक्षकों की कमी झेल रहे देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में भर्ती प्रक्रिया उलझ गई है। साक्षात्कार के लिए आमंत्रित नहीं किए जाने से नाराज एक पात्र उम्मीदवार ने उच्च न्यायालय में याचिका लगा दी। ऐसे में उम्मीदवारों की चिंताएं बढ़ गई हैं, क्योंकि आठ विभागों में रिक्त पदों के लिए दावेदारी करने वालों के साक्षात्कार हो चुके हैं, जबकि पांच से छह विभागों के खाली पदों के लिए साक्षात्कार की प्रक्रिया होना है। फिलहाल विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्रक्रिया जारी रखने का फैसला किया है। उधर, मंगलवार को न्यायालय के समक्ष विश्वविद्यालय अपना जवाब रखने वाला है।
2009 के बाद से विश्वविद्यालय में शिक्षकों की भर्ती नहीं हुई है। 14 साल के भीतर विश्वविद्यालय में 190 से अधिक पद रिक्त हो चुके हैं। शिक्षकों की कमी की वजह से विश्वविद्यालय में पीएचडी का स्तर व संख्या कम होने लगी है। यहां तक कि रिसर्च की गति भी कम हुई है। 2021 में विश्वविद्यालय ने 47 बैकलाग और 45 नियमित शिक्षकों की नियुक्तियों को लेकर विज्ञापन निकाला था। दोनों श्रेणियों में 800 से अधिक आवेदन आए थे। स्क्रूटनी के लिए समिति बनाई, जिन्हें आवेदनों को छांटने में महीने लगे।
कई प्रदेशों के उम्मीदवारों ने किए आवेदन
विज्ञापन आने के बीस महीने बाद जून से उम्मीदवार को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया। अब तक बायोटेक्नोलाजी, बायोकेमिस्ट्री, एचआरडीसी, डाटा साइंस, स्टेटिस्टिक्स, केमिस्ट्री अध्ययनशाला में रिक्त पदों पर उम्मीदवारों के इंटरव्यू हो चुके हैं, जबकि कम्प्यूटर साइंस, एजुकेशन, फिजिकल एजुकेशन, फिजिक्स, मैथ्स, इंस्ट्रूमेटेंशन विभागों के लिए साक्षात्कार होना बाकी है। खास बात यह है कि मध्य प्रदेश के अलावा महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ से उम्मीदवारों ने आवेदन किए थे।
भर्ती प्रक्रिया को लेकर पहले ही लगी है कैविएट
वैसे स्कूल आफ लाइफ साइंस में एक बैकलाग पद पर भर्ती होना थी, लेकिन एक ही पात्र उम्मीदवार होने से विश्वविद्यालय ने इंटरव्यू नहीं करवाया। नाराज उम्मीदवार ने उच्च न्यायालय की शरण ली है। प्रभारी रजिस्ट्रार अजय वर्मा का कहना है कि विश्वविद्यालय की तरफ से भर्ती प्रक्रिया को लेकर पहले ही कैविएट लगाई है। शेष विभागों के रिक्त पदों के लिए प्रक्रिया जारी रहेगी। कुलपति डा. रेणु जैन का कहना है कि उच्च न्यायालय में प्रकरण पहुंचा है। वैसे बाकी साक्षात्कार की प्रक्रिया पर कोई स्टे नहीं लगा है। हालांकि न्यायालय में अपना जवाब रखा जाएगा।