शिक्षक ही चाणक्य बन चन्द्रगुप्त का निर्माण करता है – श्री ध्रुव

उज्जैन । शासकीय संस्कृत महाविद्यालय में मंगलवार को शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षक सम्मान समारोह तथा प्रेरक प्रसंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें महाविद्यालय के शिक्षक सुरितराम ध्रुव का सम्मान किया गया। उन्होंने कहा कि शिक्षक वह औषधि है जो छात्रों में जाकर उनके अज्ञान रूपी रोग को समाप्त कर देती है। शिक्षक ही सच्चा राष्ट्र का निमार्ता है। श्री ध्रुव ने कहा कि शिक्षक ही चाणक्य बन चन्द्रगुप्त जैसे किरदार गढ़ता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही प्राचार्य डॉ. सीमा शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि आज हमें हमारे अतीत के उन महान् शिक्षाविदों से प्रेरणा लेनी चाहिए, जिन्होंने विद्यादान को ही अपने जीवन का सर्वश्रेष्ठ लक्ष्य माना था।