इंदौर सीपी से मिले, टीआई से लंबी बहस के बाद दर्ज हुई एफआईआर
रात 1बजे तक थाने पर डटे रहे दलित नेता मनोज परमार , मामला मंदबुद्धि युवक को उठा ले जाने, बंधक बनाने व 3 लाख रुपये फिरौती मांगने का
इंदौर। अजीज शेख जैसे कट्टरपंथी गुंडों द्वारा दलित समाज के एक मंदबुद्धि युवक को घर से उठाकर ले जाने और फिर उसके पिता से 3 लाख की फिरौती मांगने के मामले में इंदौर में देर रात तक हंगामा होता रहा। दलित नेता मनोज परमार देर रात तक अपने समर्थक और पीड़ित परिवार के साथ खुडैल थाने पर डटे रहे। यह जानकारी श्री परमार ने देते हुए बताया कि खुडैल थाना प्रभारी दीपक खत्री से घंटों बहस चली। दलित नेता परमार अपहरण और लूट का प्रकरण दर्ज करवाने पर अड़े रहे। उन्होंने इंदौर सीपी मकरंद देऊस्कर से भी घायल को साथ ले जाकर मुलाकात की तथा आरोपियों पर रासुका लगाने व मकान तोड़ने के साथ कड़ी कार्रवाई की मांग की। अंततः रात 1बजे बाद एफआईआर दर्ज की गई। दलित नेता का कहना है कि राजनीतिक दबाव के चलते पुलिस ने मामले को साधारण मारपीट में बदल दिया। पुलिस का कहना है कि मेडिकल रिपोर्ट आने पर धारा 326 बढ़ाई जा सकती है।
गौरतलब है कि 4 सितंबर की रात कट्टरपंथी गुंडे अजीज शेख पिता नूर मोहम्मद, आजाद पिता अजीज शेख,अजगर का बेटा अमजद शेख अस्सू और अन्य 3 गुंडे दलित समाज के मंद बुद्धि युवक सुमित पिता महेश मालवीय को घर से उठा कर ले गए। आरोपियों ने सुमित को रस्सी से बांधकर मशीन के बेल्ट से बेरहमी से पीटा और बंधक बना कर रखा ।
5 सितंबर की सुबह शेख अजीज ने सुमित के पिता को फोन लगाकर 3 लाख रुपये की फिरौती मांगी। धमकाया कि 3 लाख दे जा और तेरे बेटे को यहां से ले जा ।
सुमित के पिता लेने पहुंचे तो अजीज ने गाड़ी और मोबाइल छीन लिया और बोला कि यह बात पुलिस को बताई तो तेरे बेटे को गोली मार देंगे ।
पीड़ित परिवार ने अखिल भारतीय बलाई महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज परमार को सूचना दी ।
परमार तत्काल अपने पदाधिकारियों के साथ पीड़ित को लेकर पलासिया चौराहा स्थित पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंचे। परमार ने पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर से मुलाकात कर आरोपियों पर रासुका निरुद्ध करने और उनके मकान तोड़ने के साथ ही कड़ी कार्यवाही की मांग की ।
पुलिस कमिश्नर ने सम्पूर्ण दलित समाज को आश्वस्त किया कि आरोपियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी ।
इस दौरान मुख्य रूप से वीरेंद्र राणा, चिंटू मालवीय,दिनेश हिरवे,दिनेश डांगे,डमरू लोहानी,मनोज मालवीय
,संतोष नगर,संगीता पाटोदी ,पंकज कटारिया ,रवि सिसोदिया,सन्नी गवली,पवन भावसार,दिनेश कुलपारे,विशाल चौहान ,प्रशांत चौहान,रिशित मालवीय
,दिपक सोलंकी,लखन देपाले ,सुरेन्द्र परमार ,धर्मेंद्र आटोदिया,उत्सव सोलंकी,राधे परमार ,रोहित वानखेड़े सहित सैकड़ो की संख्या में अखिल भारतीय बलाई महासंघ के पदाधिकारी उपस्थित हुए।