बारिश के बीच गांधीनगर डिपो परिसर में मेट्रो ट्रेन को 500 मीटर तक चलाकर की जांच
इंदौर । शनिवार को मेट्रो कोच का जांच परीक्षण किया गया। गांधीनगर डिपो में बने स्टेब्लिंग यार्ड में इंजीनियरों की टीम ने मेट्रो कोच का परीक्षण किया। कोच को विद्युत सप्लाई देकर स्टेब्लिंग यार्ड में लगी पटरियों पर चलाकर देखा गया। मेट्रो डिपो परिसर में थर्ड रेल भी चार्ज हो चुकी है। ऐसे में कोच को मेट्रो डिपो परिसर में बिछाई गई पटरियों पर विद्युत सप्लाई देकर चलाया गया। इस तरह मेट्रो कोच के मूवमेंट की जांच की गई। अब संभावना है कि दो-तीन दिन में मेट्रो कोच को वायडक्ट व प्लेटफार्म तक भी ले जाया जाएगा।
गौरतलब है कि अभी तक 14 सितंबर को मेट्रो के गांधीनगर स्टेशन से सुपर कारिडोर स्टेशन नंबर- तीन तक 5.9 किलोमीटर की दूरी पर ट्रायल रन प्रस्तावित है। हालांकि, इंदौर में हो रही बारिश के कारण डिपो परिसर में सड़क तैयार करने व अन्य कार्यों में मेट्रो प्रबंधन को थोड़ी मुश्किलें भी आ रही हैं।
गांधीनगर डिपो में जमीन पर बिछी पटरियों के पास में ही थर्ड रेल की पटरी बिछाई गई है। इस थर्ड रेल में 750 डीसी वोल्ट का करंट दौड़ेगा। अभी थोड़े-थोड़े समय के लिए इस थर्ड रेल को चार्ज किया जा रहा है। जमीन स्तर पर थर्ड रेल होने के कारण इसके आसपास से गुजरने वालों के दुर्घनाग्रस्त होने का खतरा है। इस वजह से अभी पटरियों के आसपास ग्रीन नेट लगाई गई है। डिपो के पास में बसी कालोनी के आसपास मेट्रो प्रबंधन ने बाउंड्रीवाल बनाई है, ताकि लोगों की आवाजाही को रोका जा सके। अभी एक छोटे से हिस्से पर बाउंड्रीवाल बनाई जाना बाकी है। ऐसे में कालोनी के बच्चे व लोग कई बार मेट्रो डिपो परिसर में थर्ड रेल के पास तक पहुंच जाते हैं। यही वजह है कि मेट्रो प्रबंधन द्वारा डिपो में कालोनी के लोगों के अवैध रूप से प्रवेश पर भी रोक लगाने का प्रयास किया जा रहा है।