डॉक्टर गर्ग की पहल पर आरंभ हुआ राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस

उज्जैन । 12 सितंबर को भारत में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया जाता है। बहुत कम लोगों को ज्ञात है कि इसकी पहल उज्जैन से हुई थी। वर्ष 2003 में डॉ. सत्यनारायण जटिया केंद्रीय श्रम मंत्री थे। प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की सरकार में श्रीमती सुषमा स्वराज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री थीं। डॉ जटिया के साथ उज्जैन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर विमल कुमार गर्ग संसद में गए थे। वहां उन्होंने श्रीमती स्वराज से भेंट कर प्रतिवर्ष रक्त अल्पता, कमजोरी और पेट के कीड़ों की बीमारी से मुक्ति के लिए 2 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों को कृमि नाशक दवाई की खुराक देने के लिए कोई दिन नियत करने का अनुरोध लिखित में किया था। उनके पत्र पर श्रीमती स्वराज ने संज्ञान लिया और कुछ महीनों की प्रक्रिया के पश्चात 12 सितंबर 2003 से राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाना आरंभ हुआ। कल 12 सितंबर को पूरे देश में बच्चों को पेट के कीड़े मारने की दवाई पिलाई जाएगी।