मन्दसौर : फायनेंस के ट्रैक्टरों को जालसाजी कर दिगर राज्यों में बेचने वाले संगठित गिरोह का पर्दाफाश4 आरोपी गिरफ्तार, 7 ट्रेक्टर किये बरामद

मन्दसौर ।  पुलिस द्वारा तीन राज्यों से संचालित हो रहे एक संगठित गिरोह का पदार्फाश करते हुए 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर 7 ट्रेक्टर बरामद किये। आरोपी जालसाजी कर ट्रैक्टरों की हेराफेरी कर दिगर राज्यों में बेच रहे थे।
पुलिस से प्राप्त जानकारी अनुसार उक्त प्रकार की ही घटना संबंधी एक शिकायत चोलामंडलम फाइनेंस कंपनी के क्षेत्रीय मैनेजर साजिद पिता शफी खोखर निवासी गरोठ के द्वारा पुलिस में की गई। आवेदक तथा अन्य फाइनेंस कंपनियों के कर्मचारियों से पुलिस ने पृथक पृथक पूछताछ की। पुलिस ने प्राप्त सूचना पर त्वरित कार्यवाही कर सुवासरा थाना क्षेत्रान्तर्गत ग्राम ढोढर अन्तर्राज्यीय सीमा पर घेराबंदी व नाकाबंदी कर संदेहीयान सत्तार पिता कादर खान, आसिफ पिता सत्तार खान, भोला ऊर्फ सर्फराज पिता जाकिर हुसैन तीनों निवासी ग्राम धलपट तह. सुवासरा व बबलू पिता नारायण सिंह सौ.राज. उम्र 22 वर्ष निवासी ग्राम नयाखेडा थाना गंगधार जिला झालावाड राज. को एक-एक ट्रैक्टर चला कर ले जाते हुए अनर््तराज्यीय सीमा पार करने के पूर्व पकड़ा गया। चारो संदेहियान के कब्जे से मीले चारों ट्रैक्टर में से एक ट्रैक्टर को आवेदक द्वारा पहचाना गया तथा एक ट्रैक्टर पर इंजिन व चेसिस नंबर घिसे हुए पाये गए। पुलिस द्वारा पूछताछ पर सभी संदेहियान के द्वारा उक्त ट्रैक्टरो को फर्जी रूप से फायनेसं करवा कर खपाने हेतु राजस्थान कोटा से उत्तर प्रदेश राज्य में बिक्री हेतु ले जाना बताया। सुवासरा पुलिस ने आरोपियों पर धारा 418, 420, 421, 422,424,120बी भादवि के तहत प्रकरण दर्ज किया। पुलिस ने पूछताछ में आरोपियों द्वारा अन्य स्थानों पर छुपाये गए तीन अन्य ट्रैक्टर बरामद किये गये।
पुलिस ने बताया कि आरोपी सत्तार एक पेशेवर अपराधी होकर विगत कई वर्षों से उक्त आपराधिक कृत्य को अपने पुत्र आसिफ व साथी भोला और सरफराज तथा राजस्थान व उत्तर प्रदेश मथुरा के अपने गिरोह के सदस्यों के साथ मिलकर एक संगठित गिरोह का संचालन अनवरत रूप से करता आ रहा है । आरोपी अपने साथियों या गांव के अन्य व्यक्तियों के नाम से फर्जी दस्तावेज तैयार करवाकर फाइनेंस कंपनियों से ट्रैक्टर को फाइनेंस करवा कर एक या दो किस्त चुकाने के बाद ट्रैक्टर को कुछ समय के लिए अपने क्षेत्र में अलग-अलग स्थानों पर छुपा कर रखते हैं । उसके बाद राजस्थान एवं उ.प्र. राज्य के संगठित गिरोह के सदस्यों की सहायता से अन्य राज्यो में बेच कर अवैध लाभ अर्जित करते हैं । विगत वर्षों में आरोपियों द्वारा सैकड़ो ट्रैक्टर को इस प्रकार जालसाजी कर फायनेंस कंपनी से धोखाधडी कर बेचकर लाखो रुपए का अवैध लाभ अर्जित किया जा चुका है। पुलिस ने आरोपियों से 7 ट्रेक्टर, फर्जी क्रय विक्रय अनुबंध पत्र, परिवहन विभाग का नाम स्थानान्तरण हुए फर्जी दस्तावेज, इन्जिन नंबर व चेसिस नंबर घिसने हेतु प्रयुक्त ग्राईन्डर भी जप्त किया।