डाकपाल की नौकरी करने वाला फर्जी बिहार से गिरफ्तार
उज्जैन। पोस्ट ऑफिस की ऑनलाइन वैकेंसी के माध्यम से डाकपाल की नौकरी करने वाला फर्जी अंकसूची मामले में पकड़ाया था। जिससे रिमांड अवधि में अंकसूची बनाने वाला का सुराग मिलते ही पुलिस बिहार से उसे गिरफ्तार कर उज्जैन लाई है।
सप्ताहभर पहले नरवर थाना पुलिस ने ग्राम कचनारिया स्थित डाकघर में कुछ महिनों से डाकपाल की नौकरी कर रहे मुकेश पिता वकील यादव निवासी राजपुर टोला सारंण बिहार के खिलाफ पोस्ट ऑफिस अधिकारी मानव पिता एके मिश्रा की शिकायत पर धोखाधड़ी की धारा 420, 467, 468, 471 में प्रकरण दर्ज किया था। मुकेश को हिरासत में लेकर पूछताछ के लिये सात दिनों की रिमांड पर लिया गया था। रिमांड अवधि में पुलिस आरोपी को बिहार लेकर पहुंची थी, जहां से कक्षा 10 वीं की फर्जी अंकसूची बनाने वाले को गिरफ्तार कर उज्जैन लाया गया है। फिलहाल नरवर मामले में पूछताछ कर रही है, आज मामले का खुलासा कर दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया जाएगा।
यह था अंकसूची का पूरा मामला विदित हो कि वर्ष 2022 में पोस्ट ऑफिस की और से कई पदों पर वैकेंसी निकाली गई थी, जिसमें आवेदको को ऑनलाइन दस्तावेज जमा कराने थे। मुकेश यादव ने डाकपाल के पद पर वैकेंसी भरी थी और कक्षा 10 वीं की अंकसूची जमा कराई थी। उसे 7 नवम्बर 2022 को ग्राम कचनारिया में डाक पाल के लिये चयनित कर लिया गया था। वह सात-आठ माह से नौकरी भी कर रहा था। इस बीच पोस्ट ऑफिस द्वारा चयनित अभियार्थियों के दस्तावेजों का सत्यापन शुरू किया तो मुकेश यादव निवासी बिहार की अंकसूची फर्जी होना सामने आई थी।
यह था अंकसूची का पूरा मामला विदित हो कि वर्ष 2022 में पोस्ट ऑफिस की और से कई पदों पर वैकेंसी निकाली गई थी, जिसमें आवेदको को ऑनलाइन दस्तावेज जमा कराने थे। मुकेश यादव ने डाकपाल के पद पर वैकेंसी भरी थी और कक्षा 10 वीं की अंकसूची जमा कराई थी। उसे 7 नवम्बर 2022 को ग्राम कचनारिया में डाक पाल के लिये चयनित कर लिया गया था। वह सात-आठ माह से नौकरी भी कर रहा था। इस बीच पोस्ट ऑफिस द्वारा चयनित अभियार्थियों के दस्तावेजों का सत्यापन शुरू किया तो मुकेश यादव निवासी बिहार की अंकसूची फर्जी होना सामने आई थी।