ये आत्म शुद्धि का पर्व है, जप-तप से जुड़े और पाप से बचे
उज्जैन । श्वेतांबर जैन समाज के पर्युषण पर्व मंगलवार से शुरू हुए। सभी जैन मंदिरों में सुबह से स्नात्र पूजन, अभिषेक, प्रवचन एवं संध्या में प्रभु की अंगरचना के साथ आरती सहित अन्य धार्मिक क्रियाएं चल रही है। श्री सिद्धचक्र केसरियानाथ महातीर्थ खाराकुआं पेढ़ी मंदिर पर पर्व अंतर्गत विभिन्न आराधना हो रही है। पर्युषण के प्रथम दिवस प्रवचन में श्रावक के 5 आवश्यक कर्तव्य बताएं गए। साध्वी श्री सौम्य वंदना श्रीजी मसा ने कहा कि यह पर्व आत्म शुद्धि का पर्व है जप, तप एवं प्रभु की आराधना कर हम इसे प्राप्त कर सकते हैं।